सिंघु बॉर्डर पर दलित की हत्या पर भड़की मायावती, कहा- 50 लाख और नौकरी दें पंजाब CM

Nawab Ali, Last updated: Sat, 16th Oct 2021, 2:21 PM IST
  • सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में दलित शख्स की नृशंस हत्या से देश में हंगामा मच गया है. बसपा प्रमुख मायावती ने दलित को हत्या पर पीड़ित परिजनों को 50 लाख रुपए की मदद और सरकारी नौकरी देने की मांग की है. वहीं भाजपा इस मामले को लेकर कांग्रेस पर हमलावर है. 
सिंघु बॉर्डर पर दलित की हत्या से देश में हंगामा. फाइल फोटो

लखनऊ. देशभर के किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर कई महीनों से डटें हुए हैं. इस बीच शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर पर एक दलित शख्स की नृशंस हत्या कर दी गई है. शख्स की हत्या के बाद एक बार फिर से किसान आंदोलन चर्चा में हैं. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर हत्या पर दुख जताया है. मायावती ने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की मदद और सरकारी नौकरी देने की मांग की है. 

बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीटर पर लिखा है कि दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के एक दलित युवक की नृशंस हत्या अति-दुखद व शर्मनाक. पुलिस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तथा पंजाब के दलित सीएम भी लखीमपुर खीरी की तरह पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की मदद व सरकारी नौकरी दें, बीएसपी की यह मांग. साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ में दुर्गा विसर्जन के दौरान भीड़ को कार से कुचलने की घटना पर कहा है कि छत्तीसगढ़ में दुर्गा विसर्जन के दौरान भीड़ को कार से कुचलने से हुई एक व्यक्ति की मौत व अनेकों के घायल होने की घटना अति-दुखद, जो लखीमपुर खीरी की घटना की याद ताजा करती है. कांग्रेस सरकार पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद व नौकरी दे तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे.

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सिंघु बॉर्डर पर हुई दलित की हत्या को लेकर तमाम पार्टियां कांग्रेस पर निशाना साध रही हैं. भाजपा प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस और इसकी चट्टी-बट्टी पार्टियों ने कथित किसान आंदोलन के नाम पर जो नफरत का बीज बोया, वह अब फल देने लगा है. कांग्रेस जब-जब विपक्ष में आती है, तब-तब देश की कीमत पर सियासत करती है. गुजरात के पाटीदार आंदोलन से लेकर जेएनयू, नागरिकता कानून और अब तथाकथित किसान आंदोलन की बर्बर हिंसा इसका प्रमाण है.

 

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