गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में CBI की 7 जगह छापेमारी, मिली 1 करोड़ की FD
- गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में सीबीआई को रेड में एक बड़ी नगदी मिली है. सीबीआई इस घोटाले को लेकर कई ठिकानों को खोज रही है, जिसमें उसने नए सात ठिकाने खंगाले. इन ठिकानों में एक जगह इंजीनियर के घर से सीबीआई को एक करोड़ की एफडी मिली है.

लखनऊ. गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में सीबीआई की टीम ने एक ही रात में सात जगह पर छापेमारी की है. सीबीआई ने रिवर फ्रंट घोटाले को लेकर दो-सौ से ज्यादा अधिकारी इस घोटाले के पीछे लगाए हैं जिन्हें दिल्ली, गाजियाबाद, पटना और देहरादून की CBI. जिसमें टीम ने एक ही रात इस केस से संबंधित लोगों के घर और ऑफिस में छापेमारी की गई. जहां पर एक इंजीनियर के यहां से एक करोड़ रुपये की FD मिली है.
बता दें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के 200 से अधिक अधिकारी 1,600 करोड़ रुपये की गोमती रिवरफ्रंट विकास परियोजना के घोटाले के संबंध में गाजियाबाद, लखनऊ और आगरा सहित उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में 40 स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं. खबरों के अनुसार CBI ने इस मामले में राज्य के सिंचाई विभाग के पूर्व इंजीनियरों, अधीक्षण इंजीनियरों और अन्य इंजीनियरों के साथ-साथ निजी ठेकेदारों और व्यापारियों को आरोपी बनाया है.
समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार ने साल 2015 में गोमती रिवरफ्रंट विकास परियोजना की शरुआत की थी. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में यह काम हुआ था. दिसंबर 2017 में उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिशों पर सीबीआई ने यह मामला घोटाले में दर्ज किया था.
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इसके बाद इस मामले में रूप सिंह यादव और राजकुमार यादव को पिछले साल सीबीआई ने परियोजना के सौंदर्यीकरण में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार किया था.
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