यूपी में 7 फरवरी से खुल सकते हैं 9वीं से 12वीं तक के स्कूल

Komal Sultaniya, Last updated: Tue, 1st Feb 2022, 10:57 PM IST
  • कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की गति कम होने से शैक्षणिक संस्थान 7 फरवरी से खोले जाने की उम्मीद जताई जा रही है. बता दें कि, सीबीएसई स्कूल मैनेजर एसोसिएशन की ओर स्कूल संचालकों ने स्कूल खोलने की मांग को लेकर अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान अवनीश अवस्थी ने स्कूल खोलने को लेकर आश्वस्त किया.
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उत्तर प्रदेश में आगामी 7 फरवरी से 12वीं तक के स्कूल खोले जाने की मांग तेज हो गई है. इसी कड़ी में सीबीएसई स्कूल मैनेजर एसोसिएशन की ओर से 7 फरवरी से ऑनलाइन कक्षाएं ना संचालित करने की घोषणा की गई है. संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार (1 फरवरी) को अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी से मिलने लोक भवन पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल में संगठन के अध्यक्ष श्याम पचौरी के साथ अन्य मौजूद रहे.

एजुकेशन प्रवक्ता मुरलीधर यादव ने बताया कि संगठन के प्रतिनिधि मंडल की तरफ से स्कूलों को खोले जाने की मांग उठाई जा रही है. उन्होंने कहा कि जब मॉल, सिनेमा हॉल, बाजार सब खुले हैं, तो स्कूल बंद करने का कोई मतलब नहीं है. संगठन की तरफ से अपर मुख्य सचिव को सौंपे गए ज्ञापन में स्कूल ना खुलने की स्थिति में चुनाव ड्यूटी में सहभागिता सुनिश्चित कर पाने में असमर्थता जताई गई. बता दें कि, सिर्फ सीबीएसई स्कूल मैनेजर एसोसिएशन ही नहीं बल्कि दूसरे संगठन भी लगातार 7 फरवरी से स्कूल खोलने की मांग कर रहे हैं.

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यह मांगे उठाई है

स्कूलों को 7 फरवरी से खोल दिया जाए. यदि विद्यालय 7 फरवरी से नहीं खोला गया तो विद्यालय परिवहन को चुनाव ड्यूटी में देना संभव नहीं होगा

एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि वह अपने स्कूल परिसर में पोलिंग स्टेशन बनाने या फोर्स के ठहरने के लिए दे पाने में सक्षम नहीं होंगे

ऑनलाइन कक्षाओं को लेकर काफी समस्याएं सामने आ रही हैं. ऐसे में 7 फरवरी से ऑनलाइन कक्षाओं को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया गया है.

विद्यालयों में 15 वर्ष या उससे अधिक के बच्चों को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है. इन हालातों में स्कूल खोलने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.

बताते चलें कि, शैक्षिक विभाग ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए 6 जनवरी से प्रारंभिक तक की कक्षाएं बंद कर दी गईं जबकि 9वीं से ऊपर की कक्षाएं 50 फीसदी बच्चों के साथ संचालित रखने का निर्णय हुआ. लेकिन संक्रमण की तेजी को देखते हुए 7 जनवरी से तत्काल प्रभाव से सभी शैक्षणिक संस्थाएं 21 जनवरी तक के लिए बंद कर दी गई. पुन: स्थिति की समीक्षा के बाद इन संस्थानों को 6 फरवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया.

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