UP के इस रेलवे स्टेशन पर लंगूर की आवाज में बंदरों को भगाने के लिए इंसान को नौकरी
- लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर बंदरों से बचने के लिए रेलवे ने एक अनूठा प्रयोग किया है. रेलवे स्टेशन पर लंगूर की आवाज निकालने वाले दो लोगों को नौकरी दी गई है जो प्लेटफॉर्म पर घूमघूम कर बंदरों को भगाएंगे.
लखनऊ. यूपी की राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन पर बंदरों के आतंक को कम करने के लिए लंगूर की आवाज निकालने वाले को नौकरी दी गई है. चारबाग रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छह महीने के प्रयोग पर इसे शुरू किया गया है. बंदरों के आंतक से यात्रियों के साथ रेलवे स्टॉफ भी परेशान था. परेशानी का अनूठा हल निकालते हुए कलंदर नाम के व्यक्ति को उसके सहयोगी के साथ रखा गया है.
लंगूर की आवाज निकालने वाला कलंदर नाम का व्यक्ति पलक झपकते ही बंदरों को भगा देता है. चारबाग स्टेशन पर बंदरों को भगाने की तकनीक से यात्रियों में छीनाझपटी का डर नहीं सताएगा. उत्तर रेलवे प्रशासन ने बंदरों को भगाने की यह पहल दूसरी बार शुरू की है. पहली बार दो साल पहले इस तकनीक को प्रयोग किया गया था लेकिन प्रतिबंधित पशुओं के साथ ऐसा व्यवहार करने पर पशु प्रेमियों को इससे आपत्ति थी. इस कारण बंदरों को भगाने के इस प्रयोग का इस्तेमाल बंद कर दिया गया था.
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उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला ने इसपर जानकारी देते हुए बताया कि स्टेशन के प्लेटफार्मों पर बंदरों के आतंक से यात्रियों को बहुत परेशानी उठानी पड़ती थी. इसी को देखते हुए लंगूरी आवाज निकालने वाले उस्ताद कलंदर और उनके साथ एक अन्य को तैनात किया गया है. इससे स्टेशन पर लोगों को अपने सामान और खाने-पीने के दौरान राहत मिलेगी.
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