मैनहोल में नहीं उतरेंगे सफाई कर्मी, यूपी के 35 जिलों में रोबोट करेंगे सीवर सफाई

Smart News Team, Last updated: Sun, 21st Feb 2021, 10:44 PM IST
  • आपरेटरों के जरिये गहरे सीवर और नालों में रोबोट व हाईड्रोलिक मशीनों के जरिए सफाई की जाएगी. इससे मैनुअल सफाई के दौरान सफाई मित्रों की मृत्यु की घटनाओं पर लगाम लगेगी.
मैनहोल में नहीं उतरेंगे सफाई कर्मी, यूपी के 35 जिलों में रोबोट करेंगे सीवर सफाई

लखनऊ: यूपी के 35 से अधिक जिलों में सीवर सफाई के लिए योगी सरकार रोबोटिक मशीन देने वाली है. इसका नाम बैंडिकूट रोबोट है.जिन जिलों को मशीन दी जायेगी वहां पर कर्मचारियों को अभी से ट्रेनिंग दी जा रही है. रोबोटिक मशीन मिलने से इन जिलों में अब किसी को भी मैनहोल में उतरकर सफाई नहीं करनी होगी. इस योजना के तहत आसपास के जिलों को जोन बनाकर सीवर की सफाई और एसटीपी के रखरखाव आदि के लिए एक ही आपरेटर नियुक्त किया जाएगा. 

इन आपरेटरों के जरिये गहरे सीवर और नालों में रोबोट व हाईड्रोलिक मशीनों के जरिए सफाई की जाएगी. इससे मैनुअल सफाई के दौरान सफाई मित्रों की मृत्यु की घटनाओं पर लगाम लगेगी.उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि अभी प्रदेश के 11 जिलों लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद जोन में गाजियाबाद, बिजनौर, मेरठ, रामपुर, मुजफ्फरनगर व सहारनपुर के अलावा गोरखपुर, अयोध्या व सुलतानपुर को गोरेखपुर जोन में रखते हुए ‘रोबोटिक तकनीक’ से ट्रायल के तौर पर सीवर की सफाई हो रही है. 

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जल्द ही ये मशीन प्रदेश के करीब 35 जिलों में पहुंचाई जायेगी. इसके जरिये आसपास के जिलों को जोन बनाकर इसके लिए एक ही आपरेटर को काम दिया जाएगा. जैसे की प्रयागराज, कौशांबी के करीबी जिलों में और इसी तरह बरेली, मुरादाबाद व शाहजहांपुर आदि में एक आपरेटर का चयन किया जाएगा. इस आपरेटर को सीवर की सफाई के साथ ही एसटीपी का पूरा रखरखाव की जिम्मेदारी दी जायेगी.

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बैंडिकूट नामक रोबोट से कराया जाएगा काम

नगर विकास मंत्री श्री टंडन ने बताया कि सीवर व मैनहोल की सफाई में जहरीली गैस लगने से अक्सर सफाई मित्रों की जहरीली गैस के कारण मौत हो जाती है. ऐसे में बैंडिकूट रोबोट ऐसी जगह पर आसानी से चला जाता है, जहां मनुष्य के लिए प्रवेश करने पर जान का जोखिम होता है. वहीं यह पत्थर के समान जम चुकी सिल्ट की भी सफाई आसानी से कर देता है. उन्होंने साफ किया कि इसके लागू होने से ‘सफाई मित्रों’ को रोजगार की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. बल्कि उन्हें ही इस काम में लगाया जाएगा. इसके लिए ‘सफाई मित्रो’ को ट्रेनिंग दी जाएगी.

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