अयोध्या रामायण सर्किट से UP के प्रमुख तीर्थ स्थलों को जोड़ेगी योगी सरकार, PM मोदी ने दिया सुझाव

Smart News Team, Last updated: Sun, 4th Jul 2021, 11:53 AM IST
  • उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रामायण सर्किट हाउस को प्रदेश के प्रमुख तीर्थ स्थलों से जोड़ने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले इसका सुझाव दिया था
यूपी के प्रमुख तीर्थ स्थलों को अयोध्या रामायण सर्किट से जोड़ेगी योगी सरकार.( सांकेतिक फोटो )

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या के रामायण सर्किट से प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों को जोड़ने का फैसला किया है. आवास विभाग ने इस प्रस्ताव का खाका तैयार कर लिया है. प्रस्ताव में अवध सर्किट, बुंदेलखंड, विंध्य-वाराणसी, ब्रज, वाइल्ड लाइफ-इको पर्यटन सर्किट को जोड़ा जाएगा. अयोध्या से बौद्ध सर्किट की दूरी 1116 किमी है जिसके लिए अयोध्या से बौद्ध सर्किट तक सीधा रास्ता बनाया जाएगा.

राज्य सरकार ने कहा है कि अयोध्या से जुड़ने वाले सभी तीर्थ व पर्यटक स्थलों का विकास कार्य भी कराया जाएगा. साथ ही सर्किट से जुड़े सभी तीर्थ स्थलों के मार्ग को दुरुष्त कराया जाएगा. इससे अलावा यूपी में यात्रियों को घुमने में पर्याप्त स्थान मिलेंगा. अयोध्या आने वाले यात्रियों को सुविधा के लिए टूर एवं ट्रेवलिंग की व्यवस्था कराई जाएगी. साथ ही रास्तो में खान-पान तथा रहने के पूरे पैकेज भी शामिल किए जाएंगे. सरकार का मानना है कि तीर्थ यात्रियों को कम पैसे में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

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सभी पर्यटन स्थल आपस में जुड़े जाएगे

अयोध्या से लखनऊ की 140 किमी है. रामायण सर्किट से लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर, हनुमानु सेतु मंदिर, अंबेडकर मेमोरियल पार्क, जूलॉजिकल गार्डन और लखनऊ संग्राहलय को जोड़ा जाएगा. अयोध्या से प्रयागराज दूरी 160 किमी है. प्रयागराज के त्रिवेणी संगम, अक्षय वट, प्रयागराज का किला व आनंद भवन को जोड़ा जाएगा अयोध्या से गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर, रेल संग्राहलय, गीता वाटिका, रामगढ़ ताल और वीर बहादुर सिंह तारा मंडल को जोड़ा जाएगा. वही वाराणसी की पवित्र गंगा नदी पर नाव की सवारी, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन मंदिर और संध्या आरती देखने की सुविधा दी जाएगी.

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