किसान सम्मान दिवस पर बोले CM योगी- पिछली सरकार में किसान कर्ज तले दब जाते थे

Ankul Kaushik, Last updated: Thu, 23rd Dec 2021, 11:43 AM IST
  • लखनऊ में किसान दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा पहले किसान कर्ज तले इतना दब जाते थे कि उनके सामने आत्महत्या ही एकमात्र विकल्प बच जाता था, 2017 में जब हम आए तो हमने कर्जमाफी करके उन किसानों का बोझ हल्का किया.
लखनऊ में आयोजित किसान दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ

लखनऊ. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती किसान दिवस पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को सम्मानित किया. इस मौके पर सीएम योगी ने कहा 2017 में जब प्रदेश में हमारी सरकार बनी थी तब हमारे सामने कई चुनौतियां थी. पिछली सरकारों की किसान विरोधी सोच के कारण किसान खेती से पलायन करने के लिए मज़बूर था और जो लोग खेती करने के लिए मज़बूर थे वो कर्ज तले इतना दब जाते थे कि उनके सामने आत्महत्या एक मात्र विकल्प बचता था. हमारी सरकार आने के बाद हमने किसानों के 36,000 करोड़ तक के कर्ज माफ करके उन्हें राहत देने और उनके जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने का अभियान प्रारंभ किया।. आज वर्षों से लंबित सिंचाई की परियोजनाएं पूरी की जा रहीं हैं.

इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा जब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करती हैं तो परिणाम ऐसे ही सकारात्मक सामने आते हैं. साल 2018 में फसलों की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य हो इसको लागू करने का काम भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने कि है. पीएम मोदी ने हर किसान का सम्मान हो, अन्नदाता खुशी के साथ आगे बढ़ सके, किसानों के समर्थन मूल्य की तो सबने बात की, लेकिन इसको ईमानदारी से लागू करने का काम किया है.

किसान दिवस: किसानों ने अनाज छोड़ सब्जी-फूलों की करी खेती, आमदनी दोगुनी

वहीं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को याद करते हुए सीएम योगी ने कहा आज जब हम चौधरी साहब की 119वीं जयंती के कार्यक्रम में यहां आए हैं. तो मुझे बताते हुए ये प्रसन्नता है कि चौधरी साहब की कर्मभूमि पर चीनी मिल की मांग पिछले 30 वर्षों से हो रही थी. जर्जर चीनी मिलों को दुरुस्त कराने की मांग हो रही थी. किसान परेशान थे, पिछली सरकारें नहीं कर पाईं, लेकिन हमारी सरकार ने रमाला में एक नई चीनी मिल लगा कर के किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें