कोविड AY- 4 डेल्टा वैरिएंट के केस भारत में मिले, बचने के लिए आप करें ये उपाय

Somya Sri, Last updated: Mon, 25th Oct 2021, 9:45 AM IST
  • कोरोना वायरस के केस में भले ही गिरावट देखी जा रही है. लेकिन इसके नए वेरिएंट के केस लगातार सामने आ रहे हैं. पिछले दिनों महाराष्ट्र में कोरोना का AY.4 नया वेरिएंट का केस मिला था. तो अब इंदौर से ऐसे 7 मरीजों की पुष्टि हुई है. अब इस वैरिएंट पर कई मेडिकल इंस्टीट्यूट में रिसर्च चल रहा है. इस दौरान कुछ मेडिकल एक्सपर्ट्स बताते हैं कि AY-4 अधिक संक्रामक वायरस है. ऐसे में जरुरी है कि आप इस वैरिएंट से कैसे बचें. इससे बचने के लिए क्या उपाय करें यहां पढ़ें.
कोविड AY- 4 डेल्टा वैरिएंट के केस भारत में मिले, बचने के लिए आप करें ये उपाय (प्रतीकात्मक तस्वीर)

लखनऊ: कोरोना वायरस के केस में भले ही गिरावट देखी जा रही है. लेकिन इसके नए वेरिएंट के केस लगातार सामने आ रहे हैं. पिछले दिनों महाराष्ट्र में कोरोना का AY.4 नया वेरिएंट का केस मिला था. तो अब इंदौर से ऐसे 7 मरीजों की पुष्टि हुई है. मालूम हो कि हाल ही में मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना के नए डेल्टा वेरिएंट AY-4 की पुष्टि हुई है. ये वैरिएंट शहर में 7 लोगों में पाया गया है. कोरोना के इस नए डेल्टा वेरिएंट मिलने से हड़कंप मच गया है. इन संक्रमित मरीजों के सैंपल सितंबर महीने में लिए गए थे. अब इस वैरिएंट पर कई मेडिकल इंस्टीट्यूट में रिसर्च चल रहा है. इस दौरान कुछ मेडिकल एक्सपर्ट्स बताते हैं कि AY-4 अधिक संक्रामक वायरस है. इसका इन्फेक्टिविटी यानी संक्रामकता रेट ज्यादा है. एक्सपर्ट का कहना है कि अब लोगों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. उनका कहना है कि लोगों को चाहिए कि भीड़ में न जाए.

मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस के केसेस में गिरावट को देखते हुए लोग अब मास्क नहीं पहन रहे हैं. ऐसे में उन्हें सावधानी रखना होगा और मास्क भी पहनना होगा.एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लोग अब सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रख रहे हैं. जबकि लोगों को इसका ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि त्योहार नजदीक है. उनका कहना है कि बहुत जरूरी है, तो ही बाहर जाएं. प्राथमिक तौर पर जिन लोगों में यह वैरिएंट पाया जा रहा है, उन्हें कोविड सेंटर में क्वारैंटाइन कराना चाहिए.

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बता दें कि कोरोना के इस नए वेरिएंट को AY.4 कहा जा रहा है. यह वैरिएंट सबसे पहले महाराष्ट्र के एक मरीज में पाया गया था. एमजीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. अनीता मुथा के मुताबिक, नया AY.4 वेरिएंट डेल्टा वैरिएंट का नया रूप है. ये न तो डेल्टा है और न ही डेल्टा प्लस. डॉ. अनीता मुथा के मुताबिक फिलहाल ये नहीं कहा जा सकता कि ये फैलता कैसे है या ये कितना गंभीर रूप ले सकता है. इसके बारे में अभी कुछ भी कहना मुश्किल है.

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