सरकारी अस्पताल में बच्चों को दिया जा रहा सिरप परीक्षण में फेल, वितरण पर लगी रोक

Smart News Team, Last updated: Sat, 19th Dec 2020, 11:42 AM IST
  • कोरपोरेशन ने एंटीबायोटिक सिरप के 14 नमूने फेल पाए गए हैं. इसके बाद से दवा के वितरण पर रोक लगा दी गई है और बाकि बची दवाईयों को वापिस भेज दिया गया है. यह वह दवाई है जिसे बच्चों में एलर्जी से बचाव के लिए दिया जाता है. अभी इसकी आपूर्ति हरिद्वार की कंपनी कर रही है.
सरकारी अस्पताल में वितरण किये जाने वाले बच्चों की दवा के दो नमूने फेल.(प्रतीकात्मक फोटो)

लखनऊ. लखनऊ सरकारी अस्पताल में वितरण किये जाने वाले बच्चों की दवा के दो नमूने फेल आए हैं. इसमें एंटीबायोटिक सिरप के 14 नमूने फेल पाए गए हैं. इसके बाद से दवा के वितरण पर रोक लगा दी गई है और बाकि बची दवाईयों को वापिस भेज दिया गया है. यह वह दवाई है जिसे बच्चों में एलर्जी से बचाव के लिए दिया जाता है. अभी इसकी आपूर्ति हरिद्वार की कंपनी कर रही है. 

जैसे की जानकारी मिली है कि 29 मई को राजस्थान की एक कंपनी से बच्चों को खांसी जुकाम के लिए दिए जाने वाले सिफलैक्सिन ड्राय सिरप मंगवाया गया था. भौतिक परीक्षण में बैच नम्बर 20016, 17, 19,22, 23, 25, 27, 28, 29, 31, 32, 34, 35 और 36 लैबल आदि ठीक नहीं मिला है. इसी को आधार बनाते हुए बैैच की सिरप को मिस्सब्रैंड घोषित किया गया है. इसके बाद से हरिद्वार की कंपनी ने इस दवा की आपूर्ति की है. 

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उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कोरपोरेशन दवा सरकारी अस्पतालों में सप्लाई के लिए कार्य करता है. 10 दिसंबर कोरपोरेशन के गुणवत्ता नियंत्रण अनुभाग के अफसरों ने दवाईयों का भौतिक परीक्षण किया था. इस दौरान पांच बैच में दवा की शीशी पर लेबल सही नहीं मिला था.  जिसके बाद से दवा पर रोक लगा दी गई है.

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