नशे के लिए इस्तेमाल होता था खांसी का सिरप, चार मेडिकल फर्मों के लाइसेंस हुए रद्द

Smart News Team, Last updated: Tue, 6th Jul 2021, 10:33 PM IST
  • पुलिस ने जौनपुर में तकरीबन 61000 अवैध खांसी के सिरप की शीशियां बरामद की हैं. पूछताछ करने पर सामने आया कि इस सिरप को लखनऊ में स्थित चार मेडिकल फर्म सप्लाई कर रही हैं.
खांसी का सिरप (फाइल फ़ोटो)

लखनऊ: यूपी के लखनऊ में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां नशा करने के लिए लोग खांसी के सिरप का इस्तेमाल कर रहे थे. इन सिरप की सप्लाई लखनऊ से अन्य कई जिलों में हो रही थी. इसी संबंध में पुलिस ने जौनपुर में तकरीबन 61000 अवैध खांसी के सिरप की शीशियां बरामद की हैं. पूछताछ करने पर सामने आया कि इस सिरप को लखनऊ में स्थित चार मेडिकल फर्म सप्लाई कर रही हैं. खाद्य एवं औषधि प्रशासन यानी एफएसडीए और अन्य दूसरे विभाग के अफसरों द्वारा मामले की जांच करने पर सभी आरोप सही साबित हुए. आरोप साबित होने के बाद मंगलवार को एफएसडीए ने उन चारों फर्म के लाइसेंस को रद्द कर दिया.

खांसी के सिरप का इस्तेमाल नशे के लिए किए जाने का मामले सामने आने के बाद बीते 17 जनवरी 2021 को लखनऊ के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनएसबी और वाराणसी एसटीएफ की संयुक्त टीम ने कई जगहों और मेडिकल फर्मों पर छापेमारी की. जहां से 61 हजार अवैध कोडीनयुक्त सिरप बरामद हुए. एनएसबी की टीम ने बरामद हुए सिरप को सीज कर दिया. मामले की जांच में सिरप बेचने वाले लखनऊ के कुछ मेडिकल स्टोर का भी पता चला. इस पूरे मामले की जांच लखनऊ एफएसडीए की टीम को सौंपी गई जिसे टीम ने करीब पांच महीने में पूरा कर चारों फर्मों से होने वाली सिरप की सप्लाई की जानकारी हासिल की.

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मामले के बारे में ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ने बताया कि फर्म यह नहीं बता पाई कि जिलों की चुनिंदा मेडिकल स्टोर में बड़े पैमाने पर सिरप की आपूर्ति क्यों की गई? जिलों से आने वाले सिरप के ऑडर्र संबंधी दस्तावेज भी पूरे नहीं थे. ड्रग इंस्पेक्टर के मुताबिक फर्म ने बड़े पैमाने पर सिरप क्यों खरीदा, एक या दो फर्मों को ही सिरप क्यों बेचा गया? यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा था. फर्मों की मिलीभगत से नशे का कारोबार चलने की गंध आ रही थी. नशे के कारोबार को बढ़ावा देने इन फर्मों की संलिप्तता पाई गई है. उन्होंने आगे बताया कि लखनऊ के चारों फर्मों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं. नॉरकोटिक्स ब्यूरो की तरफ से भी की जा रही है.

जिन मेडिकल फर्मों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं, उनमें से पहली माता वैष्णो फार्मास्युटिकल, निशीथ प्लाजा, सेक्टर-ई, सीतापुर रोड योजना, दूसरी पलक फार्मा, शॉप नंबर 118, बीसी, मेडिसिन मार्केट, नया गांव अमीनाबाद, तीसरी अनिका फार्मास्यूटिकल्स एंड सर्जिकल्स, प्रभा कॉम्प्लेक्स, टेढ़ी पुलिया, गुडंबा, और चौथी पार्वती ट्रेडर्स, एम-184, आशियाना, कानपुर रोड है.

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