तालिबान वाल्मीकि बयान SC-ST केस में मुनव्वर राना की गिरफ्तारी पर रोक से कोर्ट का इंकार

Shubham Bajpai, Last updated: Fri, 3rd Sep 2021, 10:39 AM IST
  • वाल्मीकि की तुलना तालिबनियों से करने के मामले में HC ने एससी एसटी एक्ट में मुनव्वर राना की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है. साथ ही एफआईआर रद्द करने की याचिका को भी खारिज कर दिया है. बता दें कि मुनव्वर राना ने कहा था कि तालिबानी उतने ही आंतकी हैं, जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकि हैं. 
तालिबान वाल्मीकि बयान SC-ST केस में मुनव्वर राना की गिरफ्तारी पर रोक से HC का इंकार

लखनऊ. वाल्मीकि की तुलना तालिबनियों से करने के मामले में शायर मुनव्वर राना की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. अब एससी-एसटी एक्ट के इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मुनव्वर राना की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है. साथ ही हाईकोर्ट की 2 सदस्यीय खंडपीठ ने एफआईआर रद्द करने की याचिका को भी खारिज कर दिया है. अब याचिका खारिज होने के बाद मुनव्वर राना की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है. बता दें कि मुनव्वर राना ने एक चैनल में चल रहे डिबेट शो में पिछले महीने वाल्मीकि की चुलना तालिबनियों से की थी.

तालिबानी उतने ही आंतकी, जितने वाल्मीकि

मुनव्वर राना ने एक टीवी डिबेट के दौरान रामायण के रचयिता वाल्मीकि की तुलना तालिबानियों से कर दी थी. उन्होंने अफगानिस्तान मामले पर बोलते हुए कहा कि तालिबानी उतने ही आंतकी हैं, जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकि हैं. अगर वाल्मीकि रामायण लिखते हैं तो वे देवता हो जाते हैं, उससे पहले वह डाकू थे. आदमी का किरदार बदलता रहता है. जिसके बाद कई सामाजिक संगठनों ने राना के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें एससी एसटी एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं को शामिल किया.

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हिंदू महासभा ने दी थी तहरीर

मुनव्वर राना के बयान के बाद इसका काफी विरोध हुआ. अखिल भारतीय हिंदू महासभा और सामाजिक सरोकार फाउंडेशन समेत कई सामाजिक संस्थाओं ने हजरतगंज थाने में तालिबानी और वाल्मीकि की तुलना वाले बयान को लेकर मुनव्वर राना के खिलाफ तहरीर दी थी. 

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इस मामले में मुनव्वर राणा पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने, समुदायों के बीच नफरत फैलाने और एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.

 

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