लखनऊ: फेक वेबसाइट बनाकर की धोखाधड़ी, खनन विभाग को 200 करोड़ का चूना, 4 अरेस्ट

लखनऊ. लखनऊ से साइबर क्राइम पुलिस ने फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी रायल्टी पेपर बेचने वाले गैंग के चार और लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया है. यह लोग खनन संबंधी परविहन के लिए गाड़ियों का फर्जी रायल्टी पेपर(ई-रवन्ना) बनाकर जारी करते थे. इसने खनन विभाग को लगभग 200 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
गिरफ्तार किए गए चारों प्रयागराज के रहने वाले हैं. बता दें कि कुछ दिनों पहले साइबर क्राइम लखनऊ की टीम ने इसी गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर इस गिरोह का पर्दाफाश किया था. साइबर क्राइम पुलिस को खनन विभाग से लगातार शिकायत आ रही थी. इसमें कहा जा रहा था कि फर्जी ई-रवन्ना बनाकर हजारों ट्रकों से अवैध तरीके से बालू, बोरेंग और मिट्टी की निकासी की जा रही है.
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बता दें कि इस मामले में भू- विज्ञान एवं खनन निदेशालय में तैनात खनन अधिकारी सुभाष रंजन ने साइबर क्राइम थाना लखनऊ में शिकायत की थी.आईपीसी की धारा 420,467,468,471 और आईटी एक्ट की धारा 66 व 67 के तहत अधिकारी सुभाष ने मुकदमा दर्ज कराया था.जांच पड़ताल के दौरान खान एवं खनिज अधिनियम की धारा 3,57, 70 और सार्वजनिक सम्पत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 3/5 में बढ़ोतरी की गई है.
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यह फर्जीवाड़ा करने के लिए गिरोह ने खनन विभाग की फेक वेबसाइट बनाई. इससे वह फर्जी ई-रवन्ना पेपर निकलाकर ट्रक ड्राइवरों और दलालों को बेचते थे. गैंग ने नकली वेबसाइट के लिए खनन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट मिलता जुलता डोमेन खरीद लिया था. फिर यह सभी खनन विभाग की वेबसाइट से पेज काॅपी पेस्ट कर देते थे.
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