वैक्सीनेशन के नाम पर साइबर अपराधी बना रहे निशाना, बदमाशों ने दो लाख से ज्यादा लूटे

Smart News Team, Last updated: Mon, 26th Apr 2021, 1:41 PM IST
  • लखनऊ में साइबर अपराधियों ने वैक्सीनेशन और बीएसएनएल अधिकारी बनकर दो लोगों के बैंक खाते से 2.81 लाख रुपए निकल लिए. वही ठगी का पता चलते ही पीड़ितों ने पुलिस थानों में अपनी शिकायत दर्ज करवाई.
वैक्सीनेशन के नाम पर साइबर अपराधी बना रहे निशाना, बदमाशों ने दो लाख से ज्यादा लूटे

लखनऊ. साइबर अपराधियों में इस कोरोना महामारी की आपदा को अवसर बनाने में लगे हुए है. इस कोरोना महामारी के बीच एक डॉक्टर समेत दो लोगों खातों से साइबर अपराधियों ने करीब 2.81 लाख रुपए निकाल लिए. वही जब पीड़ितों ने इसकी शिकायत पुलिस में की तो इसकी जांच शुरू हुई. पहले पीड़ित को वैक्सीनेशन अधिकारी तो दूसरे पीड़ित को बीएसएनएल का अधिकारी बनकर कॉल करके बैंक खाते से रकम निकाल ली. जिसमे से एक वारदात लखनऊ के गोमतीनगर तो दूसरी महानगर कोतवाली पुलिस थाने की है. 

पहले केस में गोमतीनगर निवासी डॉ विजय सेठ के साथ हुआ. उनके पास 22 अप्रैल को एक कॉल आया. जिसमे बात करने वाले ने अपने आपको वैक्सीनेशन अधिकारी बताया. इसी इसी दौरान उस व्यक्ति ने डॉ विजय से कहा कि वह एक फॉर्म भर रहा है. जिसे भरते वक्त उसने विजय से बैंक खाते के बारे में जानकारी ली. बैंक खाते की जानकारी देने के कुछ देर बाद उनके खाते से एक लाख रुपए कट गए. जिसके बाद वह तत्काल गोमतीनगर पुलिस थाने पहुंचे और तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करवाया. 

होम आइसोलेट कोविड मरीजों को फ्लिपकार्ट पहुंचाएगी दवा, पहले दिन रवाना हुईं 15 टीम

वही दूसरी घटना पेपर मिल कॉलोनी निवासी सुधा कांडपाल के साथ हुआ. इस घटना के बारे में महानगर कोतवाली के इंस्पेक्टर ने बताया कि सुधा का बैंक खाता एसबीआई में है. सुधा के पास बीते दिनों एक व्यक्ति में कॉल किया और उसने अपने आपको बीएसएनएल अधिकारी दीपक शर्मा बताया. उसी दौरान साइबर अपराधी ने उनसे कहा कि उनका मोबाइल नम्बर बन्द होने वाला है. साथ ही मोबाइल नम्बर को सुचारू रूप से चलाने के लिए बैंक खाते की डिटेल मांगी. बैंक डिटेल्स देते ही सुधा के खाते से करीब 1.81 लाख रुपए कट गए. इसके साथ ही इंस्पेक्टर ने बताया कि पीड़ित के तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

UP सरकार गरीब कोरोना संक्रमितों का निजी अस्पतालों में कराएगी मुफ्त इलाज

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें