लखनऊ: दलालों संग मिलकर डॉक्टर कर रहे मरीजों को गुमराह, अफसर बैठे चुप

लखनऊ. लखनऊ के लोहिया संस्थान में गार्ड के साथ मिलकर डाॅक्टर और कर्मचारी भी मरीजों को गुमराह करते हैं. डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में जो इलाज कराने आते उन्हें यह पहले यहां से प्राइवेट अस्पताल भेजते हैं. फिर इसके बाद दलालों के जरिए अपनी क्लीनिक पर बुलाते हैं.
हैरानी की बात तो यह है कि इस नेटवर्क के बारे में अफसरों को पता पर भी वो कुछ नहीं कर पा रहे. जानते हुए भी सभी लोग चुप हैं. मरीजों का गुमराह करने का खेल सिर्फ लोहिया संस्थान में ही नहीं पूरे शहर में चल रहा है. इससे डाॅक्टर, गार्ड और एजेंट मिलकर पैसे कमा रहा हैं.
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बता दें कि पुलिस ने बुधवार को लोहिया संस्थान के तीन गार्ड को मरीजों की दलाली करते पकड़ा था. ये मरीजों की जल्द से जल्द जांच और रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर ठगी करते थे. इनके साथ मिले हाने का लोहिया संस्थान के कई डाॅक्टर और टेक्नीशियन पर प्राइवेट प्रैक्टिस का आरोप हैं.
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इस दौरान पता चला कि इंदिरानगर हनुमान मंदिर के पास लोहिया संस्थान के एक डाॅक्टर मरीजों को सलाह देते हैं. गंभीर जांच के लिए संस्थान भेज देते हैं. ऐसे ही कैंसर रोग विभाग के डाॅक्टर मरीजों को बाहर से ली जाने वाली दवाई लिखकर देते हैं. यह दवाईयां सिर्फ हाॅस्पिटल ब्लाॅक के सामने कुछ ही दुकानों पर मिलती है. मरीजों पर दवाब बनाया जाता है कि वो गोमतीनगर हुसैडिया के पास की पैथोलाॅजी से ही जांच कराएं.संस्थान में कई सालों से काम कर रहे और पक्के हो चुके कई टेक्नीशियन तक प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं.
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