लखनऊ: कोरोना के चलते मजदूरों की दिवाली फीकी और बेरंग

Smart News Team, Last updated: Fri, 13th Nov 2020, 11:16 AM IST
राजधानी के मजदूरों की दिवाली इस बार बेरंग और फीकी रहेगी. लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते इन मजदूरों को काम नहीं मिला. राजमिस्त्री, पेंटर कारपेंटर, प्लंबर सभी काम नहीं मिलने से परेशान रहे. निराश मजदूर बताते हैं कि महीने में उन्हें महज 12 से 15 दिन काम मिला. यहीं वजह है कि इस बार दिवाली में ये मजदूर अपने गांव-घर नहीं जा सके.
(प्रतिकात्मक फोटो)

लखनऊ- राजधानी के मजदूरों की दिवाली इस बार बेरंग और फीकी रहेगी. लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते इन मजदूरों को काम नहीं मिला. राजमिस्त्री, पेंटर कारपेंटर, प्लंबर सभी काम नहीं मिलने से परेशान रहे. निराश मजदूर बताते हैं कि महीने में उन्हें महज 12 से 15 दिन काम मिला. यहीं वजह है कि इस बार दिवाली में ये मजदूर अपने गांव-घर नहीं जा सके.

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दिवाली से एक दिन पहले यानि शुक्रवार को हिन्दुस्तान की टीम ने शहर के लेबर अड्डों का जायजा लिया. इन लेबर अड्डों पर हजारों मजदूर काम की तलाश में खड़े मिले. झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ से लेकर यूपी के तमाम जिलों के मजदूर काम के इंतजार में चौराहों पर मिले. इन मजदूरों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी थी.

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मजदूरों ने बताया कि काम नहीं मिलने से उनकी आमदनी काफी कम हो गई है. इस कारण उन्हें कई परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. इसी वजह से इस बार दिवाली में अपने घर नहीं जा रहे हैं. इन मजदूरों ने बताया कि किसी ने बुजुर्ग पिता की दवाई के लिए 500 रुपए भेजें है तो किसी को पत्नी की साड़ी और बच्चों के नए कपड़े नहीं भेज पाने का मलाल है. वहीं, कुछ मजदूरों ने बताया कि वह इसलिए घर नहीं जा रहे हैं क्योंकि जाने के लिए उनके पास किराया तक नहीं है.

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