UP: कोयले की किल्लत से होने लगी बत्ती गुल, गावों में आधे दिन बिजली नहीं, शहरों में भी कटौती शुरू

Pallawi Kumari, Last updated: Sun, 17th Oct 2021, 1:32 PM IST
  • प्लांट में कोयले की कमी के कारण उत्तर प्रदेश में बिजली संकट गहराता जा रहा है. यूपी के कई जिलों के गावों में आधे दिन तक बत्ती गुल है तो शहरों में भी बिजली कटौरी शुरू हो गई है. समय रहते अगर कोयले की आपूर्ति नहीं हुई तो बिजली कटौती का समय और भी बढ़ सकता है.
यूपी में कोयले की किल्लत के कारण यूपी के गांवों से लेकर शहरों में अंधेरा.

लखनऊ. देश के विभिन्न राज्यों में कोयले की कमी के कारण बिजली संकट गहराता जा रहा है. उत्तर प्रदेश में भी कोयले के अभाव में बिजली उत्पादन बुरी तरह से प्रभावित हुई है. कोयला संकट के कारण बिजली की किल्लत का असर दिखना अब शुरू हो गया है. पहले ही कोयले की कमी के कारण कई पावर प्लांट बंद किए जा चुके हैं. अब पावर प्लांट में कोयले की किल्लत के कारण यूपी के अलग-अलग जिलों के गावों और शहरों में बिजली कटौती शुरू हो गई है. अगर समय रहते कोयले की आपूर्ति नहीं हुई तो कटौती का समय और बढ़ सकता है. 

यूपी के अलग अलग जिलों के गांवों में आधे दिन यानी 12 घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है. वहीं शहरों में भी कटौती शुरू हो गई है. हालांकि बिजली कंपनी के अधिकारियों द्वारा बिजली काटने की बात नहीं मानी जा रही है लेकिन जमीनी हकीकत में अंधेरा पसरा हुआ है.

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यूपी के जालौन,पीलीभीत, कुशी नगर, उन्नाव ,औरैया, कासगंज, हरदौई, सिद्धार्थनगर, जैसे जिलों में सात आठ घंटे से लेकर आधे आधे दिन तक बिजली की कटौती की जा रही है. वहीं चित्रकूट, फतेहपुर और बाराबंकी के ग्रामीण से लेकर शहरी इलाकों में भी बिजली कटौती शुरू हो गई है.

जानें यूपी के कौन से प्लांट में दिन के हिसाब से कितना कोयला बचा है

अनपरा में 54500 मीट्रिक टन कोयला एक से डेढ़ दिन के बीच

ओबरा में दो दिन के लिए 30000 मीट्रिक टन कोयला बचा है.

पारीछा प्लांट में 1900 मीट्रिक टन आधा दिन के लिए

हरदुआगंज में भी आधे दिन के लिए 3300 मीट्रिक टन कोयला बचा है.

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