IFFCO: इफको लगातार दूसरी साल बनी दुनिया की नंबर 1 सहकारी संस्था

Smart News Team, Last updated: Thu, 2nd Dec 2021, 4:02 PM IST
  • इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) को लगातार दूसरे साल दुनिया की शीर्ष 300 सहकारिताओं में पहला स्थान मिला है. यह रैंकिंग प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर कारोबार के अनुपात पर आधारित है.
IFFCO: इफको लगातार दूसरी साल बनी दुनिया की नंबर 1 सहकारी संस्था

लखनऊ. इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) को लगातार दूसरे साल दुनिया की शीर्ष 300 सहकारिताओं में पहला स्थान मिला है. यह रैंकिंग प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर कारोबार के अनुपात पर आधारित है. यह दर्शाता है कि इफको राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस (ICA) की 10वीं वार्षिक वर्ल्ड कोआपरेटिव मॉनीटर (WCM) रिपोर्ट के 2021 संस्करण के अनुसार यह देश के सकल घरेलु उत्पाद एवं आर्थिक विकास में इफको के कारोबारी योगदान को दर्शाता है. कुल कारोबार के मामले में इफको पिछले वित्तीय वर्ष के अपने 65वें स्थान के मुकाबले 60वें स्थान पर पहुंच गया है.

इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि यह इफको और भारतीय सहकारिता आंदोलन के लिए गौरव का क्षण है. इफको में, हम किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि देश भर के किसानों का विकास सुनिश्चित हो सके और सहकारी आंदोलन को मजबूत किया जा सके. हम नवाचार में विश्वास करते हैं क्योंकि यही सफलता की कुंजी है. इस क्रम में हम कृषि क्षेत्र के विकास हेतु नैनो तकनीक आधारित 'इफको नैनो यूरिया तरल' से शुरू करते हुए अन्य वैकल्पिक उर्वरक ला रहे हैं. भारतीय किसानों द्वारा 'इफको नैनो यूरिया तरल' का जोरदार स्वागत किया गया है जिससे हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है. हम जल्द ही इफको नैनो डीएपी और नैनो तकनीक आधारित अन्य उत्पादों को लॉन्च करेंगे. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर मैं इफको और देश की पूरी सहकारी बिरादरी को बधाई देता हूं.

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इस रिपोर्ट में इफको को मिला स्थान 'मेक इन इंडिया' परियोजना को बढ़ावा देने तथा 'आत्मानिर्भर भारत और आत्मानिर्भर कृषि' के सपने को साकार करने की दिशा में भारतीय सहकारिता के उत्साहजनक कदम को दर्शाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सहकार से समृद्धि' के ध्येय से प्रेरणा लेते हुए इफको नैनो तकनीक आधारित 'इफको नैनो यूरिया तरल' के सफल लॉन्च के साथ नवाचार के पथ पर अग्रसर है. नैनो यूरिया तरल एक ऐसा उत्पाद है जिसमें परंपरागत कृषि के तरीकों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की क्षमता है. माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में नवगठित केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय से मिल रहे सहयोग और समर्थन से हमारे प्रयासों को गति मिली है. 'नैनो डीएपी' और अन्य नवोन्मेषी उत्पादों के साथ, इफको वैश्विक सहकारी मंच पर अपनी उपस्थिति को और भी अधिक मजबूत करते हुए पहले से अधिक प्रभावशाली भूमिका निभा रहा है. इफको की रैंकिंग में हुआ सुधार इसका परिचायक है.

इंटरनेशनल कोऑपरेटिव एलायंस (ICA) और यूरोपियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑन कोऑपरेटिव एंड सोशल एंटरप्राइजेज (Euricse) ने आज एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के दौरान वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनिटर का 2021 संस्करण जारी किया. यह 10वीं वार्षिक रिपोर्ट है जो दुनिया भर की सबसे बड़ी सहकारिताओं और उनके आर्थिक और सामाजिक प्रभाव की पड़ताल करने के साथ-साथ शीर्ष 300 सहकारिताओं की रैंकिंग, सेक्टर रैंकिंग और वर्तमान वैश्विक चुनौतियों : कोविड और जलवायु परिवर्तन के प्रति प्रतिक्रिया का विश्लेषण करती है.

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इफको ने पिछले कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय सहकारी जगत में भारत का गौरव बढ़ाया है. इफको के निदेशक श्री आदित्य यादव आईसीए के ग्लोबल बोर्ड में इफको का प्रतिनिधित्व करते हैं. इफको के सहकारिता विभाग के प्रमुख श्री तरुण भार्गव इफको इंटरनेशनल कोआपरेटिव एंटरप्रेन्योरशिप थिंक टैंक (आईसीईटीटी) के अध्यक्ष और आईसीए की वैश्विक कृषि शाखा, आईसीएओ की कार्यकारी समिति के सदस्य हैं.

WCM के बारे में: वर्ल्ड कोआपरेटिव मॉनिटर एक परियोजना है जिसे दुनिया भर में सहकारी समितियों के बारे में मजबूत आर्थिक, संगठनात्मक और सामाजिक आंकड़ा एकत्र करने के लिए बनाया गया है. यह वैश्विक सहकारी आंदोलन पर वार्षिक मात्रात्मक आंकड़ा एकत्र करने वाली अपनी तरह की एकमात्र रिपोर्ट है. यूरोपियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑन कोऑपरेटिव एंड सोशल एंटरप्राइजेज (Euricse) के वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग से इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस (आईसीए) द्वारा 2020 में जारी वार्षिक शोध रिपोर्ट का यह नौवां संस्करण है. इसके तहत दो प्राथमिक रैंकिंग प्रस्तुत की जाती है, पहली अमरीकी डॉलर में कारोबार पर आधारित और दूसरी प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद पर कारोबार के आधार पर. शीर्ष 300 सहकारिताओं के यथाउपलब्ध रोजगार संबंधी आंकड़ें भी प्रस्तुत किये जाते हैं.

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इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस के बारे में: इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस (ICA) दुनिया भर में सहकारी समितियों की आवाज है, जो 110 देशों में 315 से अधिक सहकारी संघों और संगठनों का प्रतिनिधित्व करता है. आईसीए विधायी वातावरण बनाने के लिए वैश्विक और क्षेत्रीय सरकारों और संगठनों के साथ काम करता है जो सहकारी समितियों को बनाने और विकसित करने की अनुमति देता है. ब्रुसेल्स, बेल्जियम स्थित अपने वैश्विक कार्यालय से संचालित, इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस चार क्षेत्रीय कार्यालयों (यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका और एशिया-प्रशांत) और आठ क्षेत्रीय संगठनों (बैंकिंग, कृषि, मत्स्य पालन, बीमा, स्वास्थ्य, आवास, उपभोक्ता सहकारी समितियाँ और सेवा और उद्योग सहकारी समितियाँ) का गठबंधन है. इंटरनेशनल कोआपरेटिव एलायंस एक गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संघ है जिसकी स्थापना 1895 में सहकारी सामाजिक उद्यम मॉडल को आगे बढ़ाने के लिए की गई थी.

Euricse के बारे में: यूरिक्से ट्रेंटो (इटली) में स्थित एक शोध संस्थान है, जिसका ध्येय सहकारी समितियों, सामाजिक उद्यमों और वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन में लगे अन्य गैर-लाभकारी संगठनों के क्षेत्र में ज्ञान विकास और नवाचार को बढ़ावा देना और इस प्रकार के संगठनों के बारे में गहरी समझ विकसित करना तथा आर्थिक और सामाजिक विकास पर उनके प्रभाव का अध्ययन करना है. यूरिक्से की गतिविधियों का उद्देश्य सहकारी और सामाजिक उद्यम संबंधी अनुसंधान में हो रहे बिखराव को कम करना तथा वैज्ञानिक और राजनीतिक बहस में इस क्षेत्र की उपस्थिति को मजबूत करना है.

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