GST काउंसिल की बैठक आज, कोरोना संबंधी दवाई और पेट्रोल-डीजल के रेट पर हो सकती है चर्चा

Pallawi Kumari, Last updated: Fri, 17th Sep 2021, 10:02 AM IST
  • केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आज यानी शुक्रवार को लखनऊ में जीएसटी काउंसिल को लेकर 45वीं बैठक होगी. ये बैठक काफी अहम है. इसमें कोविड-19 संबंधित दवाई और पेट्रोल-डीजल के रेट पर चर्चा हो सकती है.
जीएसटी परिषद की बैठक आज. फोटो साभार-लाइव हिन्दुस्तान

लखनऊ. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की बैठक आज यानी शुक्रवार 17 सितंबर हो होगी. कोरोना महामारी की आशंकाओं के बीच ये जीएसटी काउंसिल की 45 वीं बैठक है. ये बैठक इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें आज चार दर्जन से अधिक वस्तुओं पर लगने वाले कर की दर की समीक्षा की जा सकती है. साथ ही 11 कोविड दवाईंयों के पर लगने वाले जीएसटी की छूट और पेट्रोल डीजल के रेट पर भी चर्चा हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक बैठक में ईंट भट्ठों और पान गुटखा पर लगने वाले जीएसटी का मुद्दा भी उठाया जा सकता है.

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इससे पहले जीएसटी काउंसिल की 44वीं मीटिंग 12 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई थी. इसमें कोरोना के दौरान लगने वाली वस्तुएं और दवईयों की जीएसटी की दरें 30 सितंबर 2021 तक घटाई गई थी. अब ऐसा माना जा रहा है कि आज की मीटिंग में इस अवधि को दिसंबर तक बढ़ाया जा सकता है. पिछली मीटिंग में टीके पर पांच फीसदी की कर दर को कायम रखने पर सहमति बनी थी. साथ ही एम्बुलेंस पर जीएसटी की दर को 28 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी किया गया था.

बीते दिन वित्त मंत्रालय द्वारा जीएसटी काउंसिल मीटिंग को लेकर ट्वीट करते हुए जानकारी दी गई कि, ‘‘वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण कल लखनऊ में सुबह 11 बजे जीएसटी परिषद की 45वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगी. बैठक में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वित्त मंत्रियों और केंद्र सरकार तथा राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी शामिल होंगे.’’

बता दें कि देश में जीएसटी व्यवस्था एक जुलाई, 2017 से लागू की गई थी. जीएसटी में केंद्रीय कर उत्पाद शुल्क और राज्यों के शुल्क यानी वैट को समाहित किया गया था. लेकिन पेट्रोल, डीजल, एटीएफ, प्राकृतिक गैस और कच्चे तेल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया. इसकी वजह यह है कि केंद्र और राज्य सरकारों दोनों को इन उत्पादों पर कर से भारी राजस्व मिलता है.

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