अब गेहूं की गुणवत्ता की जांच करेगा SLCM का 'मेड इन इंडिया' क्वालिटी चेक ऐप
- एसएलसीएम ने 2021 के शारदीय नवरात्र के अवसर पर कृषि कमॉडिटी के लिए क्वालिटी चेक मोबाइल ऐप्लीकेशन के बीटा वर्जन को लांच किया. यह ऐप मिनटों में खाद्यान्न की गुणवत्ता चेक करेगा. शुरुआत में इस पर गेहूं की गुणवत्ता जांची जा सकेगी. बाद में क्षमताएं बढ़ाई जाएंगी और फिर अन्य प्रमुख अनाज व दालों जैसे चना, मक्का, चावल, ग्वार, मूंग और तूअर आदि की के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा.

लखनऊ. ऐग्री लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी सोहन लाल कमॉडिटी मैनेजमेंट प्रा. लि. (एसएलसीएम) ने 2021 के शारदीय नवरात्र के अवसर पर अपने प्रॉपराइटरी ऐग्रीरीच अम्ब्रैला के अंतर्गत कृषि कमॉडिटी हेतु क्वालिटी चैक मोबाइल ऐप्लीकेशन के बीटा वर्जन के आधिकारिक लांच की घोषणा की है. अब यह ऐप प्रयोक्ताओं के फीडबैक और रिव्यू के लिए उपलब्ध है. शुरुआत में इस पर गेहूं की गुणवत्ता जांची जा सकेगी, जो की भारत के अधिकांश हिस्सों में लोगों का प्रमुख खाद्यान्न है. हालांकि, बाद में क्षमताएं बढ़ाई जाएंगी और फिर अन्य प्रमुख अनाज व दालों जैसे चना, मक्का, चावल, ग्वार, मूंग और तूअर आदि की के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा.
'ऐग्रीरीच मोबाइल क्वालिटी चैकअप' खाद्यान्न के क्षेत्र में दुनिया में पहला ऐप है जिसकी मदद से प्रयोक्ता मिनटों में कमॉडिटी का मौके पर ही मूल्यांकन प्राप्त कर सकता है, इसके लिए उसे छलनी, तराजू आदि की जरूरत नहीं पड़ती या लैब टैस्टिंग के लिए भी नहीं ले जाना पड़ेगा. एसएलसीएम ग्रुप के सीईओ संदीप सभरवाल ने कहा कि ऐग्रीरीच मोबाइल क्वालिटी चैक ऐप को आधिकारिक रूप से लांच करने की उन्हें बेहद प्रसन्नता है. यह ऐप इस उद्योग क्षेत्र से जुड़े सभी पक्षों जैसे प्रसंस्करण करने वालों, व्यापारियों, निर्यातकों, आयातकों, सरकारी एजेंसियों और वित्तीय संस्थानों (जैसे बैंक) के लिए हर प्रकार से उपयोगी है, खासकर 2021 के इस त्यौहारी मौसम में इसका महत्व और भी बढ़ गया है.
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मालूम हो कि इस ऐप को एंड्रॉइड ओएस पर चलने वाले मोबाइल फोन औक टैबलेट पीसी जैसे हैंडहेल्ड उपकरणों पर गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. एसएलसीएम ग्रुप अगस्त 2018 में ऐग्रीरीच क्यूसी ऐप के पेटेंट के लिए आवेदन किया था. इस ऐप के जरिए क्वालिटी चैक करना इतना ही आसान है जैसे एक फोटो खींचना. गेहूं के एक नमूने का फोटोग्राफ क्लिक कीजिए और ऐप के जरिए इसे जमा कीजिए और ऐप कई पैरामीटरों पर उसका विश्लेषण कर देगा और फिर प्रयोक्ता को फोटोग्राफिक साक्ष्य के साथ एक क्वालिटी रिपोर्ट देगा.
कमॉडिटी का मूल्यांकन विभिन्न मापदंडों पर होता है जैसे क्षति, सिकुड़न, मुरझाया, अपरिपक्व अनाज, बाहरी पदार्थ तथा अन्य कई भौतिक पैरामीटर जैसे ऊंचाई, लंबाई, ग्रिड, रंग व पैटर्न. इन नतीजों की तुलना स्वचालित ढंग से बैकऐंड सिस्टम में पहले से फीड किए गए डाटा के साथ होती है. यह सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व मशीन लर्निंग, पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के संयोजन का इस्तेमाल करते हुए, रियल टाईम आधार पर स्वयं को नियमित रूप से अपडेट करता रहता है.
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