जेल में बंद पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने CM योगी सहित नौ अफसरों खिलाफ किया परिवाद दायर
- जेल में बंद पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट में एक हस्तलिखित परिवाद भेजा है. इस परिवाद में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 9 अफसरों के खिलाफ आपराधिक मामला चलाए जाने की मांग की है.
लखनऊ. सुप्रीम कोर्ट के बाहर रेप पीड़िता के आत्मदाह करने के मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था. अमिताभ ठाकुर इस समय जेल में बंद है और उन्होंने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट में हस्तलिखित परिवाद भेजा. सीजेएम कोर्ट में हस्तलिखित कंप्लेन दाखिल करते हुए पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित नौ अफसरों के खिलाफ आपराधिक मामला चलाए जाने की मांग की है. पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की इस अर्जी पर 6 सितंबर को कोर्ट में सुनवाई होगी. इसके साथ ही अमिताभ ठाकुर ने हस्तलिखित परिवाद में बताया है कि उन्हें एक साजिश रच कर एक झूठे मुकदमे में जेले भेजा गया है. उन्होंने कहा जब वह गोरखपुर, देवरिया, महाराजगंज में आईपीएस रहते हुए तैनात थे तभी से सीएम योगी उनसे द्वेष रखते हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जब गोरखपुर के सांसद थे तभी से उनके साथ द्वेष रखा जा रहा है और इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है.
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा हस्तलिखित परिवाद में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल, लखनऊ के पुलिस कमिश्नर ध्रुवकांत ठाकुर, गोमती नगर की सहायक पुलिस आयुक्त श्वेता श्रीवास्तव, गोमती नगर थाने के इंस्पेक्टर केके तिवारी, तत्कालीन इंस्पेक्टर हजरतगंज, पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के डीजी आरके विश्वकर्मा और एडीजी महिला सुरक्षा नीरा रावत का नाम है.
Video: अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार करते समय जमकर हंगामा, पूर्व IPS ने दारोगा को मारा थप्पड़
इस परिवाद में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्हें एक साजिश के तहत 23 मार्च को जबरन रिटायर कराया गया था. बाते दें कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक रेप पीड़िता ने अपने साथी के साथ आत्मदाह किया था जिसमें उसने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और बसपा सांसद अतुल राय पर हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही इस मामले की जांच के लिए बनी एक समिति ने इन दोनों को दोषी मानते हुए एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी.
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