ट्रेनिंग के नाम पर बेरोजगारों से हड़पे पैसे, फोन और पैसे लेकर किया कमरे में बंद
- वरदानखंड में एक गारमेंट कंपनी में नौकरी का झांसा देकर जालसाजों ने बेरोजगारों से ट्रेनिंग के नाम पर नौ-नौ हजार रुपये हड़प लिये. पीड़ितों को शक होने पर उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे. इस पर आरोपियों ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार के वरदानखंड से कामगारों से एक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. वरदानखंड में एक गारमेंट कंपनी में नौकरी का झांसा देकर जालसाजों ने बेरोजगारों से ट्रेनिंग के नाम पर नौ-नौ हजार रुपये हड़प लिये. पीड़ितों को शक होने पर उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे. इस पर आरोपियों ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया. पीड़ितों का कहना है कि वह किसी तरह वहां से निकलने में कामयाब हो गये. इसके बाद उन्होंने गोमतीनगर विस्तार कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया.
दरअसल, अम्बेडकरनगर के टाण्डा के रहने वाले राम रतन ने पुलिस से की शिकायत के मुताबिक कुछ महीने पहले बलिया निवासी उसके दोस्त दीपू राजभर से राम की बात हुई थी. उसने एक कंपनी में नौकरी दिलाने की बात कही थी. रामरतन जब वहां पहुंचे तो उससे जौनपुर निवासी लवकुश मिला. उसने खुद को कंपनी का मैनेजर बताया. लवकुश ने पीड़ितों को तीन दिन की ट्रेनिंग करने को कहा और उन सबसे नौ-नौ हजार रुपये जमा करवाये.
14 महीने में पैसा डबल का लालच देकर लूटे 35 लाख, फ्रॉड का अलग था अंदाज
इसके बाद आरोपी ने बेरोजगारों के फोन जमा कर लिये और परिजनों से तीन दिन बात न करने की चेतावनी दे डाली. इस पर पीड़ितों को शक हुआ तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे. इस बात उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया. वहां से निकल वह सीधे थाने पहुंचे और उन्होंने दीपू, लवकुश शुक्ला और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची लेकिन आरोपी तब तक वहां से भाग निकले. पुलिस ने अब पूरे मामले के जांच शुरु कर दी है.
अन्य खबरें
कभी 3000 ब्रिटिश लोगों का शरण स्थल होता था लखनऊ रेसीडेंसी, आज हो चुका है खंडहर
लखनऊ पुलिस को बच्चों वाला बहाना देकर थाने से भाग गया अपराधी, मचा हड़कंप
यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह लखनऊ के अस्पताल में भर्ती, CM योगी मिलने पहुंचे
लखनऊ का ‘दिलकुशा कोठी’ जानें कैसे बना आजादी की लड़ाई का हिस्सा