अयोध्या राम मंदिर निर्माण में इफको ने दिया 2.51 करोड़ रुपये का दान

Smart News Team, Last updated: Wed, 17th Feb 2021, 8:21 PM IST
  • विश्व की अग्रणी सहकारी संस्था इफको ने यूपी की अयोध्या में बन रही राम मंदिर के निर्माण कार्य में 2.51 करोड़ का दान दिया है. इफको के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, एमडी, जेएमडी और एमकेडी ने विहिप प्रमुख आलोक कुमार और टीम को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की उपस्थिति में चेक सौंपा है.
अयोध्या राम मंदिर निर्माण में इफको ने दिया 2.51 करोड़ रुपये का दान

लखनऊ. विश्व की अग्रणी सहकारी संस्था इफको ने अयोध्या राम मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य के लिए 2.51 करोड़ का दान दिया है. श्रद्धा से साथ सम्पूर्ण इफको परिवार की ओर से इस पूण्य कार्य के लिए योगदान है. इफको के अध्यक्ष श्री बलविंदर सिंह नकई जी के साथ इफको के उपद्यक्ष श्री दिलीपभाई संघणी, प्रबंध निदेशक श्री उदय शंकर अवस्थी, सं० प्रबंध निदेशक श्री राकेश कपूर, निदेशक (मानव संसाधन एवं विधि) श्री आर पी सिंह तथा विपणन निदेशक श्री योगेन्द्र कुमार ने मिलकर इफको निदेशक मंडल की ओर से श्री राम जनमभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से सप्रेम 2.51 करोड़ का चेक भेंट किया. डॉ० उदय शंकर अवस्थी, प्रबंध निदेशक इफको ने व्यक्तिगत रूप से 1.5 लाख रुपए का योगदान इस अभूतपूर्व कार्य के लिए दिया.

मालूम हो कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 05 अगस्त, 2020 को अयोध्या में प्रभु श्री राम के जन्म स्थल पर मंदिर निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन किया था. इफको सहकारिया, किसानों व लोक मानस की भलाई हेतु अलग-अलग कार्य करती रहती है. पिछले वर्ष इफको ने कोविड महामारी से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री केयर फड़ में 25 करोड़ का योगदान दिया था. इसके साथ-साथ इफको ने कोविड महामारी के दौरान देश भर में 'इफको फाइट करोना - ब्रेक दी चैन' की एक विशेष अभियान पूरे भारतवर्ष में चलाया था. साथ ही देश भर में ठंड के दौरान गरीबों में कंबल का वितरण करवाया गया था.

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किसानों को शिक्षित करने और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने हेतु इफको पूरे भारत में कई शैक्षिक कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन करता आ रहा है . इन कार्यक्रमों में संतुलित प्रजनन, गाँव को गोद लेना, कृषि विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों के लिए किसानों का दौरा, किसानों की बैठकें, फसल सेमिनार, स्टेटिक / मोबाइल मृदा परीक्षण प्रयोगशाला आदि शामिल हैं. इफको किसानों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के हेतु विभिन्न गतिविधियाँ करता है जैसे : सूखे की आशंका वाले क्षेत्रों में चारा की आपूर्ति, पशु चिकित्सा जांच और दवाइयों का वितरण, स्वास्थ्य शिविर, स्वच्छ पेयजल सुविधा, वाटरशेड विकास और किसानों के बच्चों की स्कूली शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता. इफको ने ग्रामीण समुदायों की कला और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान देता आ रहा है.

इफको ने मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं के रोज़गार के अवसर भी सुयोजित किए हैं. इन युवाओं को फ्रेंचाइजी बनाकर और कृषि केंद्र खुलवा कर 2000 प्रत्यक्ष नौकरियां और 5000 अप्रत्यक्ष नौकरियां सृजित की हैं.

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इफको को वर्ल्ड कॉपरेटिव मॉनिटर द्वारा विश्व की 300 बड़ी सहकारी समितियों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. यह पूरे देश के लिए बहुत गर्व की बात है. इफको को यह स्थान भाग लेने वाली सहकारी समितियों द्वारा देश के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान के आधार पर दिया गया है. इससे यह साबित होता है कि भारत में इफको का कितना बड़ा योगदान है. आज इफको पूरे देश में एक करोड़ से अधिक नीम के पेड़ लगा चुकी है और किसानों से सर्वाधिक मूल्य अर्थात15 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर निंबोली भी खरीद कर रही है.

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इफको ने जैविक कीटनाशक व बायो डीकंपोजर भी विकसित किए हैं जिससे किसानों को जैविक खेती में बहुत मदद मिलेगी. इफको और उसकी संस्थाओं ने भारतीय किसानों के लिए उर्वरक के उत्पादन के लिए कच्चे माल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जेपीएमसी में 36% की भागीदारी भी सुनिश्चित कर दी है. इफको ने ग्रामीण क्षेत्रों और किसानों से संबंधित सभी सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न क्षेत्रीय कार्यक्रमों में हमेशा बढ़-चढ़कर भागीदारी की है.

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