Lakhimpur Violence: SIT ने रिपोर्ट में बताया सोची समझी साजिश, आशीष मिश्रा समेत 14 पर चलेगा मर्डर केस

ABHINAV AZAD, Last updated: Tue, 14th Dec 2021, 1:23 PM IST
  • लखीमपुर खीरी कांड में नया मोड़ आ गया है. SIT ने अपनी जांच में पाया है कि पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा.
आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा.

लखनऊ. लखीमपुर खीरी कांड में नया मोड़ आ गया है. एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ है कि पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. अब इस खुलासे के बाद आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी गई हैं. यानि अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा. साथ ही आज आरोपियों की कोर्ट में पेशी होगी.

अब इस मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों पर जांच के बाद धाराएं बदली गई हैं. दरअसल, सभी आरोपियों पर जानबूझकर प्लानिंग करके वारदात को अंजाम देने का आरोप है. एसआईटी ने IPC की धाराओं 279, 338, 304 A को हटाकर 307, 326, 302, 34,120 बी,147, 148,149, 3/25/30 लगाई हैं. बताते चलें कि तीन अक्टूबर को यूपी में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में चार किसानों को एक एसयूवी कार से कुचल दिया गया था.

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दरअसल, तिकुनिया में चार किसानों को एसयूवी कार ने तब कुचला जब वह एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे. उस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी मौजूद थे. इस घटना के बाद हुई हिंसा में कई लोग मारे गए थे. रमन कश्यप नामक एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई थी. इस पूरे मामले में किसानों का आरोप था कि एसयूवी अजय मिश्रा टेनी की थी और उसमें उनका बेटा आशीष मिश्रा था. मामले में सुप्रीम कोर्ट की पहली सुनवाई आठ अक्टूबर को हुई थी. हिंसा के कई दिनों के बाद आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को 9 अक्टूबर कई घंटों की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था.

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