लखीमपुर खीरी: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, किसानों की गोली लगने से नहीं गई जान, ये है मौत का कारण

Prachi Tandon, Last updated: Tue, 5th Oct 2021, 1:18 PM IST
  • लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सभी मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार किसी भी किसान की मौत गोली लगने से नहीं हुई है.
लखीमपुर खीरी हिंसा में किसी किसान की नहीं गई गोली लगने से जान.

लखनऊ. लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई थी. मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगलवार को सामने आ गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार किसी भी किसान की मौत गोली लगने से नहीं हुई थी. किसानों की मौत शॉक, ब्रेन हेमरेज और कुचले जाने के कारण अधिक खून बहने के कारण हुई थी. मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हड्डी टूटने और चोटों का जिक्र भी किया गया है. किसानों का आरोप था कि गोली लगने के कारण किसान गुरविंदर सिंह की मौत हुई थी.

लखीमपुर खीरी हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई थी जिसमें चार किसान, तीन भाजपा कार्यकर्ता और एक पत्रकार शामिल हैं. सभी शवों का पोस्टमार्टम सोमवार को कराया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट सोमवार को देर शाम आ गई थी जिसके बाद सभी का अंतिम संस्कार सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराया गया था. वहीं किसान गुरविंदर सिंह के अंतिम संस्कार को बीच में रोक दिया गया था. गुरविंदर सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण उनका संस्कार रोका गया था. किसानों का दावा था कि उनकी मौत गोली लगने के कारण हुई है. 

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार 18 साल के किसान लवप्रीत सिंह की मौत घसीटने, शॉक और हेमरेज के कारण हुई है. इसी के साथ गुरविंदर सिंह की रिपोर्ट में आया कि उनके शरीर पर चोटों के निशान हैं. नुकीली या धारधार चीज से चोट आई है. शरीर में बुलेट या गोली लगने के निशान नहीं हैं. दलजीत सिंह के शरीर पर घसीटने के कारण चोटों के निशान बने हैं. इसी के साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मृत भाजपा कार्यकर्ताओं के शरीर पर लाठी-डंडों से पिटाई के निशान बने हैं और मौत का कारण शॉक और ब्रेन हेमरेज बताया गया है.  

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