लखनऊ: इस बार नहीं निकलेगी रथ यात्रा, महाआरती में होंगे भगवान जगन्नाथ के दर्शन

Smart News Team, Last updated: Sun, 11th Jul 2021, 7:08 AM IST
सरकार ने कोरोना माहामारी को देखते हुए जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है. यूपी की राजधानी लखनऊ में इस बार भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकलेगी. हालांकि शहर के लोगों के भगवान जगन्नाथ के दर्शन महाआरती के दौरानी हो जाएंगे.
लखनऊ में कोरोना के कारण इस बार भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकलेगी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी और तहजीब के शहर लखनऊ में 12 जुलाई को पुरी की तर्ज पर निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकलेगी. प्रशासन ने यह फैसला कोरोना माहामारी को देखते हुए लिया है क्योंकि रथ यात्रा के दौरान काफी लोग रहेंगे जिससे कोरोना फैलने का डर रहेगा. हालांकि भक्तों को भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने का सौभाग्य जरूर प्राप्त होगा. क्योंकि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा भले ही नहीं निकले लेकिन इस बार भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और माई सुभद्रा के साथ महाआरती में भक्तों को दर्शन देंगे.

बता दें कि शहर में निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आषाढ़ माह शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि को श्रद्धा और सत्कार के साथ निकाली जाती है. जो इस बार 12 जुलाई को पड़ रही है लेकिन अब यह रथ यात्रा नहीं निकलेगी. रथ यात्रा न निकलने पर मारवाड़ी गली से निकलने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा समिति के प्रवक्ता सूर्य प्रकाश पाठक ने बताया की वर्ष 1924 से अमीनाबाद स्थित मारवाड़ी गली से जगन्नाथ रथयात्रा निकाली जा रही है. कोरोना महामारी के चलते इस बार रथयात्रा नहीं निकाली जाएगी.

डालीगंज स्थित श्री राधा माधव मंदिर में सोमवार को मंदिर का 60 वां वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा. इस अवसर पर जगन्नाथ रथ कार्यक्रम की शुरुआत महाआरती से होगी. जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा चांदी के मुकुट और बनारसी वस्त्र धारण कर दर्शन देंगे. भगवान जगन्नाथ को जामुन के महाभोग के साथ 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगेगा. मंदिर कमेटी के प्रवक्ता अनुराग साहू ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा नहीं निकाली नहीं जाएगी.

यूपी में सांप काटने से हुई मौत पर योगी सरकार 7 दिनों में देगी इतने लाख का मुआवजा

मंदिर में आरती में भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना कर कोरोना महामारी से मुक्ति की कामना की जाएगी. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर के फेसबुक पेज पर कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा. जिससे भक्त घर बैठे दर्शन कर सकें. मंदिर के बाहर सिंघासन पर भगवान की मूर्ति स्थापित की जाएगी. जहां भक्त दर्शन कर सकें. कोरोना प्रोटोकॉल के तहत भगवान के दर्शन कराए जाएंगे. किसी को भी फूल और प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं मिलेगी. कमेटी के सदस्य पूरे विधि विधान के साथ पूजन करेंगे.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें