लखनऊ में हादसा! 25 फीट गहरे कुएं में गिरे मजदूर को 5 घंटे बाद सकुशल निकाला

Sumit Rajak, Last updated: Tue, 22nd Feb 2022, 9:33 AM IST
  • चिनहट के देवरिया गांव में सोमवार शाम एक  सिपाही के निर्माणधीन मकान में काम करने के दौरान एक मजदूर कुएं में गिर गया. आंगन में स्थित 25 फीट गहरे इस कुएं के गीले मलबे में वह फंस गया. साथियों ने रस्सी डाल कर उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए. फिर अग्निशामक कर्मचारी और एसडीआरएफ टीम बुलाई गई. एसडीआरएफ के जवानों ने काफी मशक्कत कर उसे बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया.
एसडीआरएफ के जवानों ने मजदूर को सीढ़ी से निकाला 

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के चिनहट के देवरिया गांव में सोमवार शाम एक सिपाही के निर्माणधीन मकान में काम करने के दौरान एक मजदूर कुएं में गिर गया. आंगन में स्थित 25 फीट गहरे इस कुएं के गीले मलबे में  वह फंस गया. साथियों ने रस्सी डाल कर उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए. फिर अग्निशामक कर्मचारी और एसडीआरएफ टीम बुलाई गई. एसडीआरएफ के जवानों ने काफी मशक्कत कर उसे बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया. बेहद घबराए इस मजदूर की जान बचाने पर स्थानीय लोगों ने एसडीआरएफ की टीम को काफी सराहना की.मजदूर की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. 

इस पूरे ऑपरेशन में करीब 5 घंटे लग गए. देवरिया गांव में सिपाही शिवगोविंद अपना मकान बनवा रहे हैं. उनके आंगन में एक पुराना कुआं था. इस कुएं की ईटें निकलवाने के चक्कर में शिव गोविंद ने कुएं को अभी बंद नहीं कराया था. रविवार रात को स्लेप पड़ गई थी. सोमवार को आगे का काम हो रहा था. इसी दौरान लखीमपुर निवासी मजदूर धनीराम (27) का ईंट निकालने के दौरान संतुलन बिगड़ गया और वह कुएं में गिर गया. उसके गिरने की आवाज सुनकर अन्य मजदूर और आसपास के लोग वहां गए. सिपाही ने मजदूरों की मदद से रस्सी डालकर धनीराम को निकालने की कोशिश की. पर, वह जितना पैर बाहर निकालने की कोशिश करता, उतना ही धंसता जा रहा था. इस पर चिनहट पुलिस और फायर स्टेशन को सूचना दी गई. अग्निशामक की टीम पहुंची लेकिन पर धनीराम को निकाला नहीं जा सका.

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एसडीआरएफ के जवानों ने सीढ़ी से निकाला

एडीसीपी सै. कासिम आब्दी ने एसडीआरएफ को बुलाया इस टीम के जवानों और दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत की फिर 2 जवान सीढ़ी के जरिए नीचे पहुंचे. पर, यह लोग भी जैसे उसे बाहर खींचने का प्रयास करते ,वह और धंस जाता. काफी ताकत लगाकर उसे बाहर नहीं निकाल पा रहे थे. जिसके वजह से धनीराम काफी दहशत में आ गया था.

सांस फूलने पर बात कर हौसला बढ़ाते रहें 

धनीराम ने बीच में कहा कि उसकी सांस फूलने लगी है. इस पर जवानों ने उससे बात करना शुरू कर दिया. फिर एक जवान के जरिए चाय भेजी गई. 5 घंटे बाद एसटीआरएफ के जवानों से बाहर निकालने में कामयाब हो गया. एडीसीपी ने बताया कि मजदूर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया गया है. एसडीआरएफ के राजेश शुक्ला ने बताया कि धनीराम के घर वालों को सूचना दे दी गई है. वह सीतापुर में भी काफी समय रह चुका है.

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