लखनऊ: बाइक बोट घोटाले से जुड़ी 152 गाड़ियां जब्त, दो लोग गिरफ्तार
लखनऊ : शुक्रवार की रात बाइक बोट घोटाले से जुड़ी सूचना मिलने पर पुलिस कमिश्नरेट ने मोहनलालगंज, निगोहा और कैंट इलाके में छिपाकर रखी गई 152 बाइक को जब्त कर लिया गया है. सभी गाड़ियां नीले रंग की हैं और उन पर बाइक बोट लिखा हुआ है. पीजीआई पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई की सूचना आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को दे दिया. पुलिस ने इस दौरान मोहनलालगंज से 117 बाइक, निगोहा 22 बाइक और कैंट से 13 बाइक बरामद किया गया है. डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन को बाइक छिपा कर रखने की सूचना मिली थी. मोहनलालगंज में सबसे ज्यादा 117 बाइक मिली है. यह बाइक हाईवे के किनारे बनी बिल्डिंग के बेसमेंट में पाया गया है. इस बिल्डिंग से बाइक बोट कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने वाले कुलदीप शुक्ला का संबंध है. कुलदीप शुक्ला ने अमित अग्रवाल के साथ फ्रेंचाइजी लिया था.
पुलिस ने दोनों लोगों से पूछताछ करने के बाद दोनों को हिरासत में लिया गया. दरअसल गर्वित इन्नोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड ने जनता के लिए एक टैक्सी बाइक चलाने की स्कीम निकाला. जिसके तहत कंपनी ने निवेशक को एक बाइक की कीमत जमा करने पर प्रतिमाह 9765 रुपए साल भर देने को कहा था. कंपनी ने शुरुआती दिनों में निवेशक को पैसों का भुगतान किया. लेकिन कुछ समय बाद कंपनी ने निवेशक हो को पैसा देना बंद कर दिया.
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निवेशकों को कुछ समय बाद पता चला कि कंपनी ने 3500 का घोटाला कर दिया है. इस कंपनी के खिलाफ गाजीपुर, गोमती नगर और विभूति खंड में 15 मुकदमे दर्ज हो चुका है. इस कंपनी के डायरेक्टर संजीव भाटी को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल में बंद कर दिया है. वही इस घोटाले के दूसरे मुख्य आरोपी बीएन तिवारी को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. इस पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई की टीम कर रही है.
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