लखनऊ: लोगों की लापरवाही से बढ़ रहा कोरोना, स्टेशन पर जांच से कतरा रहे यात्री

Smart News Team, Last updated: Sun, 4th Apr 2021, 9:04 PM IST
  • लखनऊ स्टेशन पर ट्रेनों से आने वाले यात्री कोरोना जांच कराने से कतरा रहे है. अधिकतर यात्री बिना जांच कराए ही स्टेशन से घर को रवाना हो रहे है. जिस कारण शहर में कोरोना संक्रमण में बढ़त हो रही है. ट्रेन से आने-जाने वाले यात्रियों की कोरोना जांच कराने के लिए जिला प्रशासन ने 4 पर्यवेक्षक भी तैनात किए है.
लखनऊ: लोगों की लापरवाही से बढ़ रहा कोरोना, स्टेशन पर जांच से कतरा रहे यात्री

लखनऊ. लोगों की लापरवाही से राजधानी लखनऊ में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से आने वाले अधिकतर यात्री कोरोना जांच कराने से कतरा रहे है. बीते दिन लखनऊ जंक्शन पर शताब्दी ट्रेन से ग्यारह सौ से ज्यादा यात्री उतरे. लेकिन केवल 110 लोगों की ही जांच हुई. वहीं पुष्पक से लगभग 1300 यात्री उतरे. जिसमें से ज्यादातर यात्री बिना जांच कराए स्टेशन से घर को रवाना हो गए. बिना जांच कराए शहर में घूमने वाले इन लोगों की वजह से ही संक्रमण में बढ़त हो रही है.

पिछले दिनों दिल्ली एवं मुंबई से आने वाले कई ऐसे यात्रियों के उदाहरण है. जिन्हें बाद में कोरोना पॉजिटिव पाया गया. इन्हीं में से एक गोमतीनगर निवासी संजय प्रजापति भी है जो अंधेरी में काम करते है और एक अप्रैल को पुष्पक से लखनऊ आए थे. बीते दिनों तबीयत बिगड़ने पर जब संजय ने अपना कोरोना टेस्ट कराया तो वे पॉजिटिव पाए गए.

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वहीं 30 मार्च को लोकमान्य तिलक से आने वाले सहादतगंज निवासी सिप्तैन हसन भी कोरोना संक्रमित पाए गए है. फिलहाल स्टेशनों पर आलम ये है कि वायरस को लेकर सर्तक यात्री अपनी जांच करा रहे है. वहीं लापरवाह यात्री बिना जांच कराए ही दूसरे रास्ते से स्टेशन के बाहर निकल जा रहे है. यात्रियों की लापरवाही को रोकने के लिए डीआरएम के कहने पर चार पर्यवेक्षक भी जिला प्रशासन ने तैनात किए है.

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यात्रियों की जांच, सेनेटाइजेशन एवं सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान देने के लिए स्टेशन पर छह अफसरों को तैनात किया गया है. जो चौबीस घंटे अलग-अलग शिफ्ट में काम करेंगे. यात्रियों की जांच करने के लिए स्टेशन पर दो शिफ्ट में जांच टीम तैनात रहती है. जिनके पास जांच करने के लिए एक हजार किट रहती है. कई बार तो जांच टीम को अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए यात्रियों को जबरन पकड़कर जांच कराना पड़ रहा है. क्योंकि यात्री जांच कराने के लिए कतरा रहे है.

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