लखनऊ: सरकारी अस्पतालों में कार्य बहिष्कार जारी, इलाज नहीं मिलने से OPD में मरीज
- ट्रांसफर नीति को लेकर दूसरे दिन भी डॉक्टरों ने सुबह आठ बजे से लेकर दस बजे तक कार्य बहिष्कार जारी रखा. इस दौरान कई सरकारी अस्पतालों में मरीजों को जांच और इलाज को लेकर दिक्कत हुआ. आंदोलन कर रहे कर्मचारी सोमवार को महानिदेशालय को गिरने का काम करेंगे.
लखनऊ : प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में ट्रांसफर की नीति को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों और कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी काम नहीं किया. जिसके वजह से आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) में आने वाले मरीज से लेकर खून जांच, गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड कराने की समस्या से जूझना पड़ रहा है. डॉक्टर और कर्मचारी सुबह आठ बजे से अस्पताल में आना शुरू कर देते हैं. उसके बाद दस बजे तक प्रदर्शन में शामिल रहते हैं. इस दो घंटे के दौरान डॉक्टर और कर्मचारी सभी तरह के चिकित्सा कार्यों का बहिष्कार कर दे रहे है.
उत्तर प्रदेश चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के प्रकाश अनिल कुमार ने बताया कि जब तक उत्तर प्रदेश की सरकार ट्रांसफर सत्र को जीरो नहीं कर देगी. तब तक प्रदेश भर के डॉक्टरों का इस तरह का कार्य बहिष्कार आंदोलन जारी रहेगा. इसके अलावा महासंघ प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश के ऑफ इसरो की मनमानी अब कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेगा. इसके अलावा आंदोलन में शामिल कर्मचारी सोमवार के दिन प्रदेश प्रदेश के कर्मचारी कैसरबाग के पास मौजूद महानिदेशालय को घेरने का काम करेगा.
PM मोदी के लोकार्पण के बाद UP होगा सर्वाधिक मेडिकल कॉलेजों वाला राज्य
डॉक्टरों के दूसरे दिन चले इस कार्य बहिष्कार की वजह से लखनऊ के डफरिन और झलकारी अस्पताल में अपना अल्ट्रासाउंड कराने आई गर्भवती महिलाएं दिन भर परेशान थी. इसके अलावा बलरामपुर के सरकारी अस्पताल का ओपीडी ब्लॉक के दवा के काउंटर और पर्चा बनाने वाले जगह को बंद कर दिया गया. इसके बाद डॉक्टर कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की. बिल्कुल इसी तरह करना सिविल अस्पताल में भी देखने को मिला.
अन्य खबरें
लखीमपुर की घटना को बसपा अध्यक्ष मायावती ने बताया शर्मनाक, बोली- यूपी में चल रहा है जंगलराज
पूर्व विधायक मंजीत सिंह की घर वापसी, समर्थकों के साथ आज JDU में होंगे शामिल
लखनऊ: LDA ने आवंटियों के लिए शुरू किया OTS स्कीम, 31 जुलाई तक आवेदन का मौका
रांची रिम्स में सोमवार से सभी बीमारी की सर्जरी और ऑपरेशन शुरू