लखनऊ में दरोगा ने तोड़ा मोबाइल, कमिश्नर ने आवास पर बुलाकर दिया नया फोन

Anurag Gupta1, Last updated: Wed, 15th Dec 2021, 8:51 AM IST
  • शिक्षक भर्ती मामले में सोमवार को धरना दे रहे छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज किया. उसी दौरान इंस्पेक्टर चितवापुर इंस्पेक्टर ने एक प्रदर्शनकारी का फ़ोन छीनकर पटक कर तोड़ दिया. लखनऊ कमिश्नर डीके ठाकुर ने उसे बुलाकर नया मोबाइल दिया.
कमिश्नर डीके ठाकुर ने पीड़ित को अपने आवास पर बुलाकर नया मोबाइल दिया (फोटो)

लखनऊ. लंबे समय से शिक्षक भर्ती मामले को लेकर अभ्यर्थी लखनऊ में डटे हुए है. विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी सोमवार को चारबाग की ओर से विधानसभा घेरने जा रहे थे. इसी दौरान प्रदर्शनकारियों में शामिल एक युवक के वीडियो बनाने से नाराज छितवापुर चौकी इंचार्ज सुभाष सिंह ने उसका मोबाइल छीन कर सड़क पर फेंक दिया था. जिसकी वजह से प्रदर्शनकारी युवक का मोबाइल टूट गया. मंगलवार को दरोगा की करतूत सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने इसका तुरंत संज्ञान लिया. इसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए पहले दरोगा को लाइन हाजिर किया उसके बाद युवक को अपने आवास पर बुलाकर नया फोन खरीद कर दिया.

बता दें विधानसभा की ओर जा रहे प्रदर्शनकारियों को बीच में रोकने का आदेश दिया गया था. इस पर ही हुसैनगंज पुलिस ने छितवापुर के पास ही कई प्रदर्शनकारियों को रोक लिया. पुलिस के रोके जाने पर एक प्रदर्शनकारी संतकबीर नगर निवासी अभय श्रीवास्तव ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया. इससे वहां मौजूद चौकी इंचार्ज सुभाष सिंह नाराज हो गए और मोबाइल छीन कर सड़क पर फेंक दिया. इसकी शिकायत युवक ने किसी से नहीं की लेकिन दरोगा की करतूत का वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसके बाद लखनऊ के कमिश्नर डीके ठाकुर ने स्वत: संज्ञान लेते हुए पहले तो दरोगा को लाइन हाजिर किया उसके बाद युवक को अपने आवास पर बुलाकर नया मोबाइल दिया.

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बता दें डीके ठाकुर अक्सर करके अपने इन कामों से चर्चे में रहते है वो अक्सर करके अपने कार्य से पुलिस की कार्यशैली को सुधारने का प्रयास करते रहते हैं. फिलहाल ऐसा मामला पहली बार सामने नहीं आया है अक्सर करके पुलिस के मानवीय और अमानवीय चेहरे सामने आते रहते हैं. पुलिस अपनी छवि सुधारने के निरंतर प्रयास में रहती है लेकिन कुछ दरोगा अपनी वर्दी के रसूख में कुछ भी कर गुजरने से नहीं चूकते है.

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