लखनऊ: रियल एस्टेट कंपनी ने तीन सैन्य अधिकारियों से की धोखाधड़ी

Smart News Team, Last updated: Thu, 11th Feb 2021, 11:14 AM IST
  • पीजीआई के कल्ली पश्चिम इलाके में समृद्धि इंफ्रा ने खेती की भूमि को आवासीय बताकर सैन्य अधिकारियों को बेचे थे प्लॉट, बाउंड्री के बाद भी खेत मालिक ने तोड़ दिया निर्माण, जांच में पता चला जिस जगह प्लॉट दिया गया था, कब्जा उससे इतर दिया गया। सैन्य अधिकारियों ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
सांकेतिक फोटो

लखनऊ : रियल एस्टेट कंपनी समृद्धि इंफ्रा पर प्लॉट के नाम पर नौ सेना व वायु सेना के तीन अफसरों के लाखों रुपये हड़पने का आरोप लगा है। बिल्डर ने कृषि भूमि को आवासीय भूमि बताकर रजिस्ट्री कर कब्जा दे दिया। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद सैन्य अधिकारियों ने कंपनी से संपर्क किया तो टालमटोल की गई। अब पुलिस कमिश्नर के आदेश पर पीजीआई पुलिस ने रियल एस्टेट कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

भारतीय नौ सेना के कमांडर देवशरण कोची केरला में तैनात हैं। उनके मुताबिक उनके साथी नौ सेना अधिकारी अमर चंद्र वर्मा और वायुसेना अधिकारी सार्जेन्ट आरके पांडेय ने कई साल पहले रियल एस्टेट कंपनी सुयंश बिल्डर्स एवं डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड से जमीन खरीदने के लिए संपर्क किया था। कंपनी की एक्को ग्रीन सिटी योजना कल्ली पश्चिम में तीनों सैन्य अधिकारियों ने प्लॉट खरीदे थे। प्लॉट खरीदने के बाद कब्जा दिया गया, जिसके बाद तीनों ने उसपर बाउंड्री भी बनवा ली। कमांडर देवशरण का आरोप है कि कुछ वक्त पहले पता चला कि किसी ने बाउंड्री तोड़कर खेत बना दिया है। 

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पीड़ितों ने जानकारी की तो पता चला कि बिल्डर ने धोखाधड़ी कर जिस प्लॉट की रजिस्ट्री करवाई थी, उससे बाहर जाकर कब्जा दिया गया। पीड़ितों ने बिल्डर से बात करने के बाद पीजीआई थाने में शिकायत की। बिल्डर ने मामले को सुलझाने की बात कही। दिसंबर 2020 तक समस्या का समाधान नहीं हो सका। तीनों सैन्य अधिकारी छुट्टी लेकर लखनऊ आए और पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मिलकर शिकायत की। पीड़ितों के मुताबिक बिल्डर ने अब कंपनी का नाम सुयंश से बदलकर समृद्धि इंफ्रा स्टेट प्राइवेट लिमिटेड कर दिया है। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर पीजीआई पुलिस ने कंपनी मालिक और संपर्क अधिकारी संजय श्रीवास्तव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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