कोरोना काल में लखनऊ के सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का कार्यकाल बढ़ा

Smart News Team, Last updated: Wed, 12th Aug 2020, 1:38 PM IST
  • कोरोना काल में लखनऊ के सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का कार्यकाल बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. कोरोना मरीजों के लिए और बेड तैयार किए जा रहे हैं जिनके लिए डॉक्टरों की जरूरत पड़नी है.
कोरोना काल में लखनऊ के सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का कार्यकाल बढ़ा

लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए जूनियर और सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का कार्यकाल बढ़ा दिया है. कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ये कदम उठाया गया है. अस्पतालों में डाक्टरों की कमी ना हो इस कारण पहले ही इनके कार्यकाल को बढ़ाया जा रहा है. इनके लिए शासनादेश जारी कर दिए गए हैं. जिसमें कहा गया है कि डिप्लोमा उत्तीर्ण कर लेने वाले सीनियर और जूनियर रेजीडेंट के पदों पर कार्यरत डॉक्टरों का एक साल के लिए कार्यकाल बढ़ा दिया है.

इससे पहले ये सभी रेजिडेन्ट डॉक्टर एक साल के लिए काम कर रहे थे. दरअसल, चिकित्सा शिक्षा विभाग को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अभी 25 हजार नए कोविड बेड तैयार करने हैं. इनके लिए डॉक्टरों की जरूरत पड़ेगी. स्टाफ में कमी ना आए इस कारण जूनियर और सीनियर रेजिडेंट का कार्यकाल बढ़ाया गया है. 

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चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे ने आदेश जारी कर दिए हैं. आदेश में उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यर्थी जिनका सुपर स्पेशलिटी पाठ्य्रक्रम डीएम या एमसीएच में पढ़ाई के लिए चयन हो जाएगा. उन्हें सीनियर और जूनियर रेजीडेंट के पद से मुक्त कर दिया जाएगा. यह आदेश सभी राजकीय मेडकल कॉलेजों और निजी मेडिकल कॉलेजों पर लागू होगा. जिस विभाग या विषय में रिक्त पदों की संख्या के सापेक्ष उत्तीर्ण अभ्यर्थी अधिक होंगे, वहां मेरिट से नियुक्ति की जाएगी.

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आदेश में ये भी कहा गया है कि ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने प्रदेश के किसी राजकीय चिकित्सा शिक्षा संस्था से एमडी, एमएस या पीजी डिप्लोमा किया है और वहां सीनियर रेजीडेंट के पद रिक्त नहीं हैं उन्हें प्रदेश के नए राजकीय चिकित्सा संस्थाओं में में नियुक्त किया जाएगा. इस प्रक्रिया को महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण लागू करेंगे.

 

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