मालेगांव धमाके के गवाह का दावा, CM योगी का नाम लेने को ATS ने किया था मजबूर

Ankul Kaushik, Last updated: Wed, 29th Dec 2021, 8:55 AM IST
  • साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में एक गवाह ने मंगलवार को एनआईए की अदालत में दावा किया कि महाराष्ट्र एटीएस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और चार अन्य आरएसएस नेताओं के नाम लेने के लिए मजबूर किया था. इतना ही नहीं गवाह ने कहा है कि एटीएस ने उसे प्रताड़ित करते हुए धमकी भी दी थी.
मालेगांव धमाका (फाइल फोटो)

लखनऊ. मंगलवार को एनआईए की विशेष अदालत में मालेगांव 2008 विस्फोट मामले में एक गवाह ने दावा किया कि उसे साल महाराष्ट्र एटीएस ने सात दिनों के लिए अवैध तरीके से हिरासत में लिया था. इतना ही नहीं अदालत में गवाह ने दावा किया है कि एटीएस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित आरएसएस के पांच सदस्यों के नाम लेने के लिए दबाव डाला था. इसके साथ ही उसे धमकी देते हुए प्रताड़ित किया था. इस गवाह ने अदालत में अपने बयान के दौरान बताया कि तत्कालीन वरिष्ठ एटीएस अधिकारी परम बीर सिंह और एक अन्य अधिकारी ने उन्हें वर्तमान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ  इंद्रेश कुमार, असीमानंद, देवधर और काकाजी का नाम लेने की धमकी दी थी. इसके साथ ही गवाह ने एनआईए अदालत को बताया कि उसका बयान 8 नवंबर, 2008 को दर्ज किया गया था जबकि उसे 28 अक्टूबर से हिरासत में रखा गया था.

गवाह ने मंगलवार को अदालत को बताया कि वह लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित और अजय रहीरकर के साथ 2006 में स्थापित अभिनव भारत के सात ट्रस्टियों में से एक था. वहीं एटीएस और एनआईए का दावा है कि इस ट्रस्ट का इस्तेमाल 29 सितंबर, 2008 को मालेगांव में हुए विस्फोट की साजिश में किया गया था, जिसमें छह लोग मारे गए थे और 100 से अधिक घायल हो गए थे. वहीं गवाह ने अदालत को बताया कि ट्रस्ट युवाओं को बचाव में प्रवेश के लिए प्रशिक्षण देने में शामिल था ना कि इस धमाके में.

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वहीं इस मामले को लेकर भाजपा विधायक राम कदम ने कहा अब यह स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार ने हिंदुओं को बदनाम किया और गलत तरीके से हिंदू अतंकवाद को गढ़ने काम किया है. इस मामले से साफ है कि तत्कालीन सरकार ने सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस कार्यकर्ताओं को गलत तरीके से फंसाने की कोशिश की. इसके साथ ही बीजेपी विधायक ने कहा कि अब इस मामले में शिवसेना को स्पष्ट करना चाहिए इस मुद्दे पर उनका स्टैंड क्या है.

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