UK की नौकरी छोड़कर मोहनलालगंज में की स्ट्राबेरी की खेती, हुई लाखों की कमाई, लोगों के लिए बने मिसाल
- कुछ समय पहले तक यूनाइटेड किंगडम में मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करने सिद्धार्थ ने नौकरी छोड़कर के बाद इडिया आकर स्ट्राबेरी की खेती शुरू की. अब उनकी कमाई लाखों में हो रही है. परंपरागत तरीके की खेती छोड़कर नई तरीके से खेती करने पर सिद्धार्थ लोगों के लिए मिसाल बन गए हैं
लखनऊ: इन दिनों राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में रहने वाले सिद्धार्थ सिंह की चर्चा हर जगह हो रही है. कुछ समय पहले तक सिद्धार्थ सिह यूके ( यूनाडेड किंगडम ) में मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते थे. लॉकडाउन के समय सिद्धार्थ भारत लौट आए. यहां आकर उन्होंने ममेरे भाई के साथ मिलकर स्ट्राबेरी की खेती करनी शुरू की. सिद्धार्थ बताते है कि अभी तक परंपरागत खेती करने से लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा था. लेकिन अब बिना पॉली हाउस के स्ट्राबेरी की खेती करने से वह लाखों रूपये की कमाई कर रहे है.
सिद्धार्थ मोहनलालगंज के गोपालखेड़ा में रहते है. उनके ममेरे भाई राजेश सिंह गोपालखेड़ा में मेडिकल स्टोर का संचालन करते है. राजेश ने बताया कि यूके से एमबीए करने के बाद मल्टीनेशन कंपनी में करना शुरू किया था, लेकिन काम में मन नहीं लगने के कारण उन्होंने नौकरी छोड़ दी और इंडिया वापस चले आए. उन्होंने यूके नाटिंघम के अलावा पुणे व हिमाचल जाकर स्ट्राबेरी उगाने की बारीकियां सीखी. इसके बाद सीखी हुई तकनीकी से उन्होंने गांव में स्ट्राबेरी की खेती करनी शुरू की. उन्होंने बताया कि हमने इस बार खेती पर करीब चार लाख रूपये खर्चा किया और करीब आठ लाख रुपये की कमाई हुई. इस हिसाब से करीब चार लाख रुपये का फायदा इस साल हुआ.
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उन्होंने बताया कि हम कम संसाधान में पॉली टनल बनाकर सिंचाई के लिए ड्रिप सिचाई का सहारा लिया. लगभग एक एकड़ जमीन पर एक फीट और डेढ़ फिट ऊंचे लगभग 70 बेड तैयार कर स्ट्राबेरी खेती की शुरूआत की. राजेश ने कहा, कि अगर सरकार तैयार फसल को बेचने का उचित प्रबंध राजधानी में करने के बाद तैयार फसल बाहर राज्यों में भेजने के प्रबंध कर दे तो आय में काफी बढ़ोत्तरी हो जाएगी.
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