Mayawati Birthday: बसपा सुप्रीमो मायावती का 66 वां जन्मदिन आज, 'ब्लू बुक' के भाग-17 का होगा विमोचन

Haimendra Singh, Last updated: Sat, 15th Jan 2022, 10:19 AM IST
  • बीएसपी अध्यक्ष मायावती आज 66 वर्ष की हो गई हैं. मायावती का जन्मदिन हर साल ‘जन कल्याणकारी दिवस' के रुप में मनाया जाता है. सुबह 11 बजे लखनऊ बसपा कार्यालय में प्रेसवार्ता करेंगी. उनके जन्मदिन पर ब्लू बुक ‘मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा’ के भाग-17 का विमोचन किया जाएगा.
बसपा अध्यक्ष मायावती.( फाइल फोटो )

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी(BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) का आज अपना 66वां जन्मदिन मना रही हैं. बीएसपी सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन को ‘जन कल्याणकारी दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा. बसपा चीफ सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी. इसके अलावा उनके जन्मदिन पर ‘ब्लू बुक’ मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा के भाग-17 का विमोचन भी किया जाएगा. कोरोना काल में बसपा कार्यकर्ताओं से अपील की जा रही है कि जन्मदिन पर कोई सेलिब्रेट ना करें. बता दें कि मायावती देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी है.

अपने जन्मदिन के मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती लखनऊ स्थित माल एवन्यू स्थित बसपा कार्यालय में सुबह 11 बजे प्रेसवार्ता भी करेंगी. इसी दौरान ब्लूबुक के अगले भाग का विमोचन करेंगी. इस किताब में हर साल बसपा अपनी पार्टी के अगले 1 सालों तक के सियासी रोड मैप के बारे में अपने कार्यकर्ताओं को अवगत कराती है. विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए पार्टी इस चुनाव रणनीति को बता सकती है.

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देश के सबसे बड़े राज्य की चार बार मुख्यमंत्री

बहुजन समाज पार्टी इन दिनों भले ही राजनीति में पिछड़ रही हो लेकिन एक समय पर बहुजन समाज पार्टी का दलित वोटरों पर दबदबा था. 1977 में कांशीराम के सम्पर्क में आने के बाद राजनीतिज्ञ बनने का निर्णय ले लिया और सन 1984 में बहुजन समाज पार्टी ( बसपा ) की स्थापना की. मायावती पहली बार साल 1994 में राज्यसभा सांसद बनीं. इसके बाद 1995 में गठबंधन की सरकार बनाते हुए पहली बार यूपी की मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन इनका पहला कार्यक्रम करीब चार महीने का ही रहा. इसके बाद दूसरी बार 21 मार्च 1997 से 21 सितम्बर 1997 तक सीएम रही. तीसरी बार 3 मई 2002 से 29 मई 2003 और चौथीं बार 13 मई 2007 से लेकर 7 मार्च 2012 तक मुख्यमंत्री रही. इनका चौथा कार्यकाल पूरे पांच सालों का था.

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