यूपी विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए BSP करेगी सम्मेलन का आयोजन
- उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी बसपा ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी कर ली है. इस बीच बसपा ने एक बड़ा दांव खेला है, पार्टी प्रदेश के ब्राह्मणों को एक करने के लिए सम्मेलन का आयोजन करेगी.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं और इसके लिए प्रदेश की सभी पार्टी अभी से तैयारी में जुट गई हैं. वहीं बसपा सुप्रमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस चुनाव के लिए बड़ा दांव खेला है. इस चुनाव के लिए मायावती की बसपा प्रदेश के ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए मंडलीय सम्मेलन करेगी. इसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को सौंपी गई है. बसपा का ब्राह्मण जोड़ने का सम्मेलन 23 जुलाई 2021 से होगा और इसकी शुरुआत राम नगरी अयोध्या से होगी.
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक वोट बैंक ब्राह्मणों का है और इसलिए बसपा सुप्रीमों इन वोट के पाने के लिए य सब कर रही हैं. प्रदेश के ब्राह्मण वोट जिस तरफ मुड़ जाते हैं सत्ता में उसकी ही सरकार बनती है. प्रदेश में योगी सरकार बनाने के लिए सबसे बड़ा योगदान ब्राह्मण वोट का ही है. अब मायावती को फिर से ब्राह्मणों की याद आई है और इन सभी को पार्टी से जोड़ने के लिए मायावती मंडलीय सम्मेलन का आयोजन कर रही हैं.
बसपा ने कुछ दिन पहले ही साफ कर दिया था कि इस बार पार्टी युवाओं को चुनावी मैदान में उतारेगी. इसके साथ ही ब्राह्मण उम्मीदवारों के बारे मे अधिक सोचा जाएगा. अब देखना ये होगा कि बसपा का ये फैसला प्रदेश के ब्राह्मण वोटरों पर क्या असर करेगा. मायावती की बसपा इस बार प्रदेश में अकेले ही चुनाव लड़ने की मूड़ में है खबरों की मानें तो वह किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगी.. वहीं बीजेपी की योगी सरकार और अखिलेश यादव की सपा का वर्चस्व भी प्रदेश में कम नहीं है.
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