यूपी में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया, मचा हड़कंप

Smart News Team, Last updated: Sat, 24th Oct 2020, 8:04 PM IST
  • उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के लोग वर्षों से बिजली का बिल उपयोग कर रहे हैं, लेकिन उसका बिल चुकाने के लिए कभी नहीं सोचा। इससे सूबे के एक करोड़ से ज्यादा उपभोक्ताओं पर करीब 68 हजार करोड़ रुपए बकाया हैं। खुलासे से पॉवर कॉरपोरेशन के पैरों तले जमीन खिसक गई है। इतनी बड़ी रकम की वसूली आसान काम नहीं है।
बिल का भुगतान नहीं करने की शिकायतें हुई दर्ज

लखनऊ.बिजली विभाग में चोरी करने और समय से बिल का भुगतान नहीं करने की शिकायतें आम रहती हैं, लेकिन हाल ही में उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन ने एक ऐसा खुलासा किया कि हड़कंप मच गया। कॉरपोरेशन का कहना है कि सूबे में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्होंने जब से बिजली का कनेक्शन लिया है, उसके बिल का भुगतान ही नहीं किया। कॉरपोरेशन के मुताबिक ऐसे लोगों की संख्या कुल उपभोक्ताओं की 38 फीसदी है।

प्रदेश में कुल करीब 2.83 करोड़ बिजली उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब एक करोड़ नौ लाख लोगों ने बिजली का उपभोग कर लिया, लेकिन बिल जमा करने के बारे में कभी नहीं सोचा। खास बात यहा है कि विभाग की ओर से कभी कोई जांच करने और बिल वसूली करने भी नहीं पहुंचा।  

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इस चौंकाने वाले खुलासे से बिजली विभाग की आंतरिक व्यवस्था की भी पोल खुल गई। विभाग का कहना है कि बिजली के बिल का भुगतान नहीं करने वाले लोगों में 96 फीसदी लोग ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। वहां न तो कभी जांच होती है और न ही कभी पता लगाया जाता है कि किसने कितनी बिजली उपयोग की। ग्रामीण उपभोक्ता भी इसको लेकर बेफिक्र रहते हैं। 

उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन के सूत्रों का कहना है कि बिजली का बिल नहीं चुकाने वाले लोगों पर कुल करीब 68 हजार करोड़ रुपए बकाया है। यह रकम बहुत बड़ी है और इसकी वसूली करना भी आसान नहीं है। लेकिन यह रकम मिल जाए तो बिजली विभाग की हालत में काफी सुधार हो जाएगा। पिछले दिनों शासन ने पूर्वांचल डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी के निजीकरण की भी बात कही थी। फिलहाल नए खुलासे से विभाग में खलबली मची हुई है।

बिजली विभाग के सूत्र कहते हैं कि इतनी बड़ी रकम वसूली करने के लिए शासन को सख्ती का रुख दिखाना होगा। अन्यथा वर्षों से बकाया भुगतान पाना टेढ़ी खीर जैसा होगा। उपभोक्ताओं पर कार्रवाई करने से विभाग पर भी इतने लंबे समय से लापरवाही बरतने का आरोप लगेगा।

 

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