पराली प्रबंधन मशीनों की खरीददारी में केंद्र सरकार किसानों को 50 फीसदी की छूट देगी

Smart News Team, Last updated: Tue, 24th Aug 2021, 8:41 AM IST
किसनों को केंद्र सरकार किसानों के लिए अच्छी योजना लेकर आई है. अब किसानों को पराली और ठुठ जलाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. पराली और ठुठ को जलाने की बजाय किसनों को सरकारअब उससे आय होगी. केंद्र सरकार पराली प्रबंधन के सितेमल होने वाली मशीनों की खरीददारी के लिए किसानों को 50 फीसदी की छूट देगी.
किसानों को कहत में पराली जलाने से मिलेगी मुक्ति. (फाइल फोटो)

लखनऊ. किसानों को अब पराली जलाने से मुक्ति मिलने वाली है. साथ ही किसानों को पराली से आमदनी भी होगी. केंद्र की नरेंद्र मोदी  सरकार किसानों के लिए अच्छी योजना लेकर आई है. केंद्र सरकार पराली प्रबंधन के लिए खरीदी जाने वाली मशीनों में किसानों को 50 फीसदी अनुदान दिया जायेगा. पराली प्रबंधन के लिए इस्तेमाल होने वाली मशीन की कीमत एक से सवा दो लाख रूपये है. इस मशीन को खरीदने के लिए सरकार किसानों को डेढ़ लाख में से 50 फीसदी की छूट देगी. यूपी सरकार के कृषि विभाग ने किसानों को पराली प्रबंधन मशीनों के लिए तैयारी शुरू कर दी है.

यूपी सरकार किसानों को इस योजना के तहत पराली मशीन खरीदने को लेकर किसानों को कई तरह से जागरूक करने का काम करेगी. उत्तर प्रदेश का कृषि विभाग गांवों में जाकर किसानों के बीच गोष्ठियां करेगा. साथ ही किसान मेलों में इन यंत्रों की प्रदर्शनी लगाकर किसानों को प्रोत्साहित भी करेगा. किसानों को पराली प्रबंधन मशीनों की खरीद पर मिलने वाली 50 फीसदी छूट खाते में जाएगी. दरसल किसानों को पराली प्रबंधन माशीन से पराली जलाने से मुक्ति भी मिलेगी.  साथ ही इससे अतिरिक्त आमदनी भी किसानों को होगी. हर साल पराली जलाने के कारण पर्यावरण को भी काफी नुक्सान होता है.

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पराली प्रबंधन यंत्रों की मदद से किसानों की आय भी बढ़ेगी. इन यंत्रों में एक मशीन सुपर सीडर है जो की खेतों में खड़े ठुठ को उखाड़कर खेतों में मिला देती है. साथ ही खेत में बीज बोवाई का भी काम करता है. बेलर नाम की मशीन खेत में खड़ी पराली को काटकर संगठित तरह से बंडल बना देता है. जो की पेपर मील, दरी बनाने में काफी इस्तेमाल होता है. इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी. पराली को कोयले चूरे के साथ मिलकर गोले बनाये जाते हैं जिनका इस्तेमाल एनटीपीसी और फर्नेस वाली फक्ट्रियों में किया जात है.

 

 

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