PFC कर्मचारी धान खरीद का करेंगे विरोध, मांगे नहीं मानने से है नाराजगी

MRITYUNJAY CHAUDHARY, Last updated: Wed, 13th Oct 2021, 11:55 PM IST
  • पीसीएफ के कर्मचारियों ने बुधवार को बैठक की और इस बैठक में उन्होंने निर्णय लिया कि वह आगामी धान खरीद का पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे. वहीं उनके विरोध करने के पीछे का कारण पीसीएफ के कर्मचारी सातवें वेतनमान, मृतक आश्रितों को नौकरी समेत अन्य मांगे हैं.
PFC कर्मचारी धान खरीद का करेंगे विरोध, मांगे नहीं मानने से है नाराजगी

लखनऊ. पीसीएस के कर्मचारियों ने स्टेशन रोड मुख्यालय के गेट पर मीटिंग किया. जहां पर उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आगामी धान खरीद का पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे. वहीं उनकी मांगे नहीं पूरी होने पर पीसीएस के कर्मचारी पूर्ण बहिष्कार करने की ठान लिया है. पीसीएस के कर्मचारी लंबे समय से सातवें वेतनमान मृतक आश्रितों को नौकरी समेत अन्य मांगों के संबंध में सरकार से मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगे अभी तक लंबित हैं.

पीसीएस के कर्मचारियों की मांगे पूरी ना होने पर उन्होंने बुधवार को मुख्यालय गेट पर मीटिंग किया. जिसकी अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष सुनील कुमार और संचालन महामंत्री अनिल कुमार पांडे ने किया. दोनों ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि ईपीएफ उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी का एजेंसी हैय जो किसानों को अनाज उचित मूल्य पर बैंकों से कर्ज लेकर खरीदती है. साथ ही किसानों को उनके अनाज का उचित मूल्य देकर सरकार के हित में काम करती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसान और सरकार के हित में काम करने वाली पीसीएस कर्मचारी अपेक्षित है. उनकी मांग के नहीं मानी जा रही है.

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इसके साथ ही मीटिंग में शामिल हुए अन्य नेताओं ने कहा कि सरकार की नीति के समर्थन में पीसीएस ने पिछले साल रिकॉर्ड धान और गेहूं की खरीद की गई. जिससे 400 करोड़ रुपए से ज्यादा बैंक के ब्याज का भुगतान किया गया. इतने बड़े पैमाने पर सरकारी नीति का कार्य करने के बावजूद भी उनकी मांगे नहीं मानी जा रही है. इतना ही नहीं अपनी मांगों को लेकर कई बार प्रदेश के उच्च अधिकारियों यह बात भी कर चुके हैं. उसके बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. बता दे पीसीएस कर्मचारी सातवां वेतनमान एसीपी मृतक आश्रित की नौकरी उन्नति एवं ग्रेड पे आदि की मांग कर रहे हैं.

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