अनलॉक होते ही हिल स्टेशनों की सैर पर निकले लोग, लखनऊ से 27 हजार गाड़ियां बुक

Smart News Team, Last updated: Thu, 8th Jul 2021, 10:03 AM IST
  • लॉकडाउन में मिली रियायत और कोरोना की दूसरी लहर को कम होता देख पर्यटक पहाड़ों की ओर निकल पड़े हैं. इन दिनों लखनऊ से नैनीताल, मनाली, शिमला, मंसूरी और अन्य हिल स्टेशनों पर जाने वाले पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है. ये राजधानी लखनऊ में कोरोना को फिर से बुलावा दे सकता है.
अनलॉक होते ही हिल स्टेशनों की सैर पर निकले पर्यटक (प्रतीकात्मक तस्वीर)

लखनऊ. कोरोना के कारण घरों में महीनों कैद रहे लोग अब हिल स्टेशनों की सैर पर निकल रहे हैं. राज्य सरकारों की ओर से लॉकडाउन में मिली रियायत और कोरोना की दूसरी लहर को कम होता देख पर्यटक पहाड़ों की ओर निकल पड़े हैं. हालांकि संक्रमण का खतरा अब भी बना हुआ है, अभी दूसरी लहर पूरी तरह शांत नहीं हुई है. ऐसी स्थिति में दूसरे राज्यों में सैर करना शहरों के लिए भारी समस्या बन सकती है. वापस लौटते समय किसी टूरिस्ट के कोरोना पॉजिटिव होने पर राजधानी लखनऊ में कोरोना फिर से पैर पसार सकता है.

दरअसल, इन दिनों लखनऊ से नैनीताल, मनाली, शिमला, मंसूरी और अन्य हिल स्टेशनों पर जाने वाले पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को अभी बाहर जाने से बचना चाहिए. ये संक्रमण को बुलावा दे सकता है. एसएमए सीराज ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में एंट्री के लिए अब आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता को खत्म किया जाना भी प्रदेश में पर्यटन बढ़ने का एक कारण माना जा रहा है. आलमबाग के टूरिस्ट ऑपरेटर मुकेश अवस्थी का कहना है कि अप्रैल से जून के बीच हुई शादियां भी पर्यटन के बढ़ने का कारण है.

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ट्रैवल एजेंसियों के मुताबिक जुलाई और अगस्त के लिए अब तक 27 हजार गाड़ियों को बुक किया जा चुका है. उत्तर प्रदेश ट्रैवल्स महासंघ के अध्यक्ष सुनील कुमार सच्चर ने बताया कि लखनऊ में करीब 1800 टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसियां है. सभी एजेंसियों के पास 10 से 30 गाड़ियां होती हैं, और इस दौरान वह सभी बुक हैं. इस दौरान पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ने से किराए में 20 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. टूरिस्ट ऑपरेटर उमर आदिल ने बताया कि टीकाकरण अभियान को गति मिलने और संक्रमण घटने से घरेलू पर्यटन उद्योग में भी तेजी आई है.

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