रिपोर्ट में खुलासा: पेट्रोल-डीजल के दाम में जल्द हो सकती है 15 रुपये की बढ़ोतरी, जानें क्यों
- आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक तेल कंपनियों को प्रति लीटर बिक्री पर 1.54 रुपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है. इसलिए पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद ऑयल कंपनियों को नुकसान से बचने के लिए पेट्रोल और डीजल के भाव में प्रति लीटर 12 से 15 रुपये तक की वृद्धि करनी पड़ेगी.

लखनऊ: आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट ने दावा किया है कि पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद तेल कंपनियां पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल नवंबर महीने से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाए हैं. ऐसे में तेल कंपनियों को प्रति लीटर बिक्री पर 1.54 रुपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है. इसलिए चुनाव के बाद ऑयल कंपनियों को नुकसान से बचने के लिए पेट्रोल और डीजल के भाव में प्रति लीटर 12 से 15 रुपये तक की वृद्धि करनी पड़ेगी. रिपोर्ट के मुताबिक पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के चलते ही कंपनियों ने अबतक कीमतें नही बढ़ाई है.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा, "ऑयल कंपनियों को नुकसान से बचाने के लिए पेट्रोल और डीजल के भाव में प्रति लीटर 12 रुपये तक की वृद्धि 16 मार्च तक करनी पड़ेगी. गुरुवार को क्रूड की कीमतें 120 डॉलर प्रति लीटर तक पहुंच गई थी. पिछले 9 साल में पहली बार क्रूड का प्राइस इस लेवल पर पहुंचा हैं. शुक्रवार को क्रूड में थोड़ी नरमी देखने को मिली. इसका भाव 111 डॉलर प्रति लीटर पर आ गया. इसके बावजूद कॉस्ट और रिटेल प्राइस के बीच फर्क बरकरार है."
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आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट में कहा गया है, "फ्यूल की कीमतों में जल्द बढ़ोतरी की जरूरत है. अगर 16 मार्च तक फ्यूल की कीमत में 12.1 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की जाती है तो ऑयल कंपनियों को हो रहा नुकसान बंद हो जाएगा. प्रति लीटर 2.5 रुपये की मार्जिन के लिए कीमतों में प्रति लीटर 15 रुपये की वृद्धि करनी होगी."
वहीं जेपी मॉर्गन, अमेरिकी फाइनेंसर और औद्योगिक आयोजक, का कहना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना वृद्धि हो सकती है. मॉर्गन के मुताबिक "अगले हफ्ते उत्तर प्रदेश में चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद डीजल और पेट्रोल की कीमतों में रोजाना वृद्धि देखने को मिलेगी. नवंबर से पेट्रोल और डीजल की कीमतें तेल कंपनियों ने नहीं बढ़ाई हैं."
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मालूम हो कि इस वक्त देश के कई राज्यों में पेट्रोल डीजल के भाव 100 रुपये के पार हैं. पेट्रोल डीजल की मार से जनता को बचाने के लिए पिछले साल 2021 में कई राज्यों की सरकार ने फ्यूल पर लगने वाली एक्सरसाइज ड्यूटी को कम किया था. सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में प्रति लीटर करीब 10 रुपये की कटौती की थी. वहीं इधर तेल कंपनियों ने नवंबर के महीने से पेट्रोल डीजल के भाव नहीं बढ़ाए हैं. इससे जनता को थोड़ी बहुत राहत है.
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