PGI लखनऊ के फॉर्मेसी में फर्जी सिग्नेचर से लाखों की दवाओं का घोटाला, 8 पर FIR

Smart News Team, Last updated: Sat, 13th Feb 2021, 10:35 PM IST
  • बहुत दिनों से फार्मेसी के कर्मचारियों ने डाक्टरों के जाली हस्ताक्षर बनाकर फर्जी मरीजों की पर्ची बनाकर, फार्मेसी की दवाएं गायब करते रहे. पीजीआई प्रशासन को इसकी जानकारी तब हुई जब स्टाक चेकिंग के दौरान महंगी दवाओं के सम्बन्धित दस्तावेज चेक किए गए तो बहुत सारी दवाओं के स्टॉक में गड़बड़ी पाई गई.
PGI लखनऊ के फॉर्मेसी में फर्जी सिग्नेचर से लाखों की दवाओं का घोटाला, 8 पर FIR

लखनऊ: संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) अस्पताल में फार्मेसी से अंदर बैठे कर्मचारियों ने फार्मेसी से लाखों रुपए की दवाओं को गबन कर लिया है. आरोप है कि बहुत दिनों से फार्मेसी के कर्मचारियों ने डाक्टरों के जाली हस्ताक्षर बनाकर फर्जी मरीजों की पर्ची बनाकर, फार्मेसी की दवाएं गायब करते रहे. पीजीआई प्रशासन को इसकी जानकारी तब हुई जब स्टाक चेकिंग के दौरान महंगी दवाओं के सम्बन्धित दस्तावेज चेक किए गए तो बहुत सारी दवाओं के स्टॉक में गड़बड़ी पाई गई और दावा मौके पर नहीं थी.पता चला कि इसमें एक दर्जन से अधिक अस्पताल के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं. संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान सुरक्षा अधिकारी ने 8 कर्मचारियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है. 

पीजीआई कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी कर्मचारियों की तलाश शुरू कर दी है. इंस्पेक्टर पीजीआई आशीष कुमार द्विवेदी ने बताया कि, संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रभारी सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार सक्सेना ने अस्पताल के फार्मेसी से दवाओं के गलत तरीके गायब करने के सम्बन्ध में फार्मेसी और ओपीडी में काम कर रहे कर्मचारियों ,नृपेन्द्र सिंह , मो नसीम खान , पवन कुमार सिंह, आशुतोष कुमार यादव, अरविंद , विनीत शुक्ला, हरि तिवारी अनिल यादव पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी कर्मचारियों की तलाश शुरू कर दी गई है. 

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जिससे मामले की जांच की जाए. कर्मचारीयों के फरार होने की आशंका है क्योंकि मौके पर एक भी कर्मचारी। मौजुद नहीं थे. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस तरह के घपला सामने आने के बाद संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रशासन ने सभी विभागों की ऑडिट रिपोर्ट मांगी है, जिससे साफ हो जाए किसी और विभाग में ऐसी चोरी नहीं हो रही है.

 

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