अगर BJP ने CM योगी के नेतृत्व में यूपी चुनाव लड़ा तो नहीं करेंगे गठबंधन: ओपी राजभर

Smart News Team, Last updated: Sat, 7th Aug 2021, 7:56 PM IST
  • SBSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि अगर भाजपा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ती है तो वह बीजेपी से गठबंधन नहीं करेंगे. साथ ही ओपी राजभर ने अपने इस इंटरव्यू में सीएम योगी के ऊपर कई आरोप भी लगाएं.
अगर BJP ने CM योगी के नेतृत्व में यूपी चुनाव लड़ा तो नहीं करेंगे गठबंधन: ओपी राजभर

लखनऊ. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी SBSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर दो टूक बात कही है. उन्होंने इस बार बीजेपी के साथ गठबंधन की अटकलों के बीच कहा कि भाजपा भले ही उनकी सभी शर्ते मान भी ले, लेकिन भाजपा ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ा तो वह उनसे गठबंधन नहीं करेंगे. इसके साथ ही ओपी राजभर ने कहा कि 27 अक्टूबर को वह पार्टी का स्थापना दिवस मनाएंगे. उसी दिन वह आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपने फैसले की घोषणा करेंगे. 

इतना ही नहीं राजभर ने यह भी कहा कि पार्टी के स्थापना दिवस के दिन ही भाजपा की विदाई तारीख भी तय हो जाएगी. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी से उनका गठबंधन नहीं होने वाला है. अगर होने की संभावना बनती भी है तो उन्हें हमारी सभी शर्ते माननी पड़ेगी. सुभासपा के अध्यक्ष इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि इनकी डबल इंजन की सरकार है. अगर 72 घंटे में सवर्णों के लिए आरक्षण लागू हो सकता है तो हमारी मांगे भी पूरी हो सकती है. हमारी सभी मांगे पूरी होने के बाद ही किसी तरह की बातचीत होगा. 

CM योगी के बेलगाम घोड़ा बयान पर कपिल सिब्बल बोले- देश का कौन सा राज्य बेलगाम प्रदेश

इसके साथ ही ओम प्रकाश राजभर ने सीएम योगी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में योगी सरकार पूर्ण रूप से फेल है. यूपी में भाजपा के ही दर्जनों विधायक और सांसद पुलिस के खिलाफ धरना दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने योगी सरकार में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार तो पंचम तल पर है. योगी सरकार में 100 फीसद पैसे लेकर पोस्टिंग की जा रही है. इसके साथ ही राजभर ने सीएम योगी पर यह भी आरोप लगाया कि वह किसी मंत्री, न किसी विधायक की बात सुनते है, वह सिर्फ अपने अधिकारियों की ही बात सुनते है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें