एशिया कप में दिखेगा लखनऊ के शारदानंद का जलवा, संघर्ष के बाद बना हॉकी खिलाड़ी

Smart News Team, Last updated: Sat, 20th Feb 2021, 3:53 PM IST
  • होमगार्ड के बेटे शारदानंद तिवारी ने कड़ी मेहनत और प्रतिभा के बल पर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी टीम में जगह बनाई है. खेल की दुनिया में नाम कमाने वाले शारदानंद तिवारी इस समय एशिया कप के लिए जी तोड़ मेहनत में जुटे हैं.
शारदानंद तिवारी

लखनऊ: एक होमगार्ड के बेटे शारदानंद तिवारी ने कड़ी मेहनत और प्रतिभा के बल पर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी टीम में जगह बनाई है. खेल की दुनिया में नाम कमाने वाले शारदानंद तिवारी इस समय एशिया कप के लिए जी तोड़ मेहनत में जुटे हैं. जूनियर भारतीय टीम के डिफेंडर शारदानंद के मुताबिक साल 2014 में केडी सिंह बाबू स्टेडियम में एक मैच को देखने के दौरान उन्होंने टीम हॉकी में जगह बनाने का मन बना लिया. इसके लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया और आखिरकार वे सफल भी हुए.

शारदानंद को साल 2016 में साई सेंटर लखनऊ के लिए ट्रायल मिला. अपने बहतरीन खेल की वजह से शारदानंद ने 3 साल में बड़ी कामयाबी हासिल कर ली. पहले उन्हें जूनियर नेशनल फिर उन्हें सीनियर नेशनल की यूपी टीम में चुना गया. साल 2019 में मलेशिया में सुल्तान जोहोर कप के लिए उन्हें जूनियर इंडियन टीम में जगह मिली. इस टूर्नामेंट में शारदानंद ने सिल्वर मेडल जीतकर खूब सुर्खियां बटोरी. साल 2020 में उन्होंने खेलो इंडिया में यूपी के लिए स्वर्ण पदक लेकर सबका दिल जीत लिया.

लखनऊ में बिल्डर्स से होने वाली परेशानियों से मिलेगा छुटकारा, सुपर 10 टीम तैयार

शारदानंद का सपना है कि वो भी देश के लिए ओलंपिक में पदक लाए. इसके लिए वे उच्चस्तरीय ट्रेनिंग भी ले रहे हैं. शारदानंद इन दिनों साई सेंटर में जूनियर भारतीय टीम के साथ कैंप कर रहे हैं. यह कैंप जुलाई में बांग्लादेश में होने वाले एशिया कप की तैयारी के मद्देनजर लगाया गया है.

UP के छोले-भटूरे बनाने वाले की बेटी, मोटर मैकेनिक का बेटा हॉकी टीम में खेलेगा

वहीं शारदानंद के बारे में बात करते हुए यूपी हॉकी सचिव डॉ. आरपी सिंह कहते हैं कि वे काफी समय से बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं. अपने खेल के कारण वे विपक्षी टीम के लिए घातक साबित हो सकते हैं.

 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें