Saral एप से जिस दिन होगी शीट की जांच, उसी दिन आ जाएगा करोड़ों छात्रों का रिजल्ट

Smart News Team, Last updated: Wed, 21st Jul 2021, 7:12 AM IST
  • बेसिक शिक्षा विभाग ने सरल एप’ तैयार किया है जिससे प्राइमरी स्कूलों में शीट की जांच होगी.इस ऐप को सफलता मिलने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा. जिससे स्टूडेंट असेसमेंट में आसानी हो, इसका इस्तेमाल भी स्टूडेंट असेसमेंट टेस्ट के लिए किया जाएगा.
सरल एप

बेसिक शिक्षा विभाग ने आर्टीफिशियल इंटैलीजेंस की मदद से सरल एप’ तैयार किया है जिससे प्राइमरी स्कूलों में 1.80 करोड़ विद्यार्थियों की योग्यता का आकलन कर एक ही दिन ही रिजल्ट भी घोषित कर दिया जाएगा. इस ऐप को सफलता मिलने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा. जिससे स्टूडेंट असेसमेंट में आसानी हो, इसका इस्तेमाल भी स्टूडेंट असेसमेंट टेस्ट के लिए किया जाएगा. स्टूडेंट असेसमेंट टेस्ट साल में दो बार किया जाता है.

समय की होगी बचत

हालांकि 2020 में स्टूडेंट असेसमेंट नहीं लिया गया लेकिन इस साल इसे कराने की तैयारी की जा रही है. स्टूडेंट असेसमेंट वर्ष में तीन बार करवाने की तैयारी है. इसे बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ ओएमआर शीट पर लिया जाएगा. परीक्षा के बाद दो घण्टे में शिक्षक ओएमआर शीट की फोटो खींच कर ऐप पर अपलोड करेंगे और एआई की मदद से मिनटों के अंदर इसका रिजल्ट आ जाएगा. इसका रिजल्ट स्कूलवार, ब्लॉकवार से लेकर राज्यवार एक क्लिक पर सामने होगा. अभी तक सैट की ओएमआर शीट ब्लॉक स्तर पर टीचर ही चेक करते हैं. इसके बाद शीट पर नंबर देते और फिर रिजल्ट तैयार किया जाता है. इन सब में काफी समय लग जाता है, कम से कम अगर देखा जाए तो एक महीने का समय लग जाता है.

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क्यों होता है स्टूडेंट असेसमेंट टेस्ट

राज्य द्वारा लर्निंग के न्यूनतम लक्ष्य तय किए हैं कि क्लास 1 और 2 में पढ़ने वाले बच्चों को प्रेरणै सूची में 5 में से न्यूनतम 3 संयुक्त शब्द आने चाहिए. या दो अंकों का जोड़ आना चाहिए. इस न्यूनतम लक्ष्य को जांचने के लिए बच्चों का असेसमेंट टेस्ट होता है. सैट के रिजल्ट के आधार पर आगे की रणनीति तय की जाती है. प्रेरणा सूची का मतलब ये कहा जा सकता है कि प्रदेश सरकार ने कक्षावार स्टूडेंट्स के लिए कम से कम लर्निंग आउटकम को तय कर दिया है. यानी की एक या दो में पढ़ रहे बच्चों को हिन्दी, गणित या अंग्रेजी में न्यूनतम क्या-क्या आना ही चाहिए. इसके लिए कक्षावार प्रेरणा लिस्ट जारी की गई है. सैट का आयोजन एक साल में या 6 महीने में परीक्षाओं के अलावा किया जाता है.

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