जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी, इलाज नहीं मिलने से मरीजों का हाल बेहाल

Smart News Team, Last updated: Tue, 29th Dec 2020, 12:06 AM IST
पटना मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी रहेगी क्योंकि उनकी मांग अभी तक पूरी नहीं हुई. इस कारण मरीजों को बुरा हाल हो रखा है. वे मजबूर हैं खुले में सोने के लिए.  
पटना में डॉक्टरों की हड़ताल रहेगी जारी.

पटना: जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से मेडिकल कॉलेज की हालत लगातार खराब होती जा रही है. जिसके कारण इस जगह पर मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. इस कारण ना तो एक्स-रे और ना ही खून जांच समय पर हो रही है. मरीजों को देखने आ रहे सीनियर डॉक्टर भी लापरवाही बरत रहे हैं. जिसके चलते अस्पताल में इलाज मिलने के बजाय उन्हें बाहर इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं, पीएमसीएच प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग जूनियर डॉक्टरों को मनाने में लगा हुआ है. लेकिन, जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों के पूरा होने तक वापस काम पर ना आने के लिए अड़े हुए हैं.

इस क्रम में आईएमए बिहार अध्यक्ष डॉ. विमल कारक से सोमवार को जूनियर डॉक्टरों की ओर से प्रधान सचिव ने भेंट की. लेकिन, किसी नतीजे पर ना पहुंचने के कारण जूनियर डॉक्टर ने हड़ताल जारी रखने की बात कही है. जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि अगर कोई सकारात्मक संदेश मिला तो ही काम पर वापस लौटेंगे. 

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इसके अलावा जूनियर डॉक्टरों ने कहा, अगर किसी मरीज को कोई दिक्कत आ रही है, तो उसके लिए जिम्मेदार कॉलेज प्रशासन होगा. उन्होंने बताया कि 4 महीने पहले से अपनी मांगों को लेकर कॉलेज प्रशासन को अवगत करवाया था. विभाग के प्रधान सचिव ने चार माह से स्टाइपेंड वृद्धि के प्रस्ताव को लटकाए रखा. जिसके कारण उन्हें यह रुख अपनाना पड़ा. पाली के भाकपा विधायक ने सोमवार को पहुंचकर जूनियर डॉक्टरों का समर्थन दिया.

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अस्ताल में सीतामढ़ी के ईश्वर सिंह अपने पैर का इलाज कराने के लिए पहुंचए थे. लेकिन, 24 वर्षीय ईश्वर को ना ही उपचार मिला और ना ही कोई मदद. उन्हें उनकी पत्नी और मां साथ लेकर दर-दर ठोकरें खाती रहीं. ईश्वर की मां का कहना है कि उनके पास ना तो इतना पैसा है और ना ही ईश्वर को कहीं और ले जाने का साधन है. इसके बावजूद डॉक्टर उसे भर्ती नहीं कर रहे हैं. बेगुसराय से आए युवक चंदन हड्डी का इलाज कराने आए थे. लेकिन, उन्हें भी चारों ओर फैली अव्यवस्था के कारण खुले छत में सोना पड़ा.

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