ट्विटर बॉट हटा रहा है, सबके फॉलोअर घटा रहा है, क्या सोशल मीडिया पर घटेगी गंध ?
- जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल के बनते ही कंपनी में नई सुरक्षा नीति बनाने में जुट गए हैं. चर्चा है कि ट्विटर अब नफरत और फेक न्यूज फैलाने वाले फर्जी या बॉट अकाउंट्स को हटाने की तैयारी कर रहा है. अगर वाकई ऐसा है कि तो क्या ट्विटर सोशल मीडिया पर फैल रही गंध को घटाने की तैयारी मे है ?

लखनऊ. ट्विटर की मेन कुर्सी से जैक डोर्सी के उतरने और भारतीय मूल के पराग अग्रवाल के चढ़ते ही काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं. इनमें से एक है ट्विटर बॉट और फर्जी अकाउंट्स के जरिए फैल रही नफरत और गलत तथ्यों की जानकारी को किसी तरह रोकना. सूत्रों की मानें तो इसके लिए ट्विटर ने इस तरह के अकाउंट्स पर कैंची चलानी भी शुरू कर दी. भारत में काफी संख्या में यूजर्स की शिकायत भी मिल रही है कि उनके फॉलोअर्स अपने आप भी घटते जा रहे हैं. अगर ऐसा है वाकई है तो इस तरह के फेक अकाउंट्स के हटने से नफरत या तनाव फैला रही पोस्टों को काफी हद तक रोका जा सकेगा. हालांकि, अभी तक इस बात के कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि ट्विटर इस तरह की कार्रवाई कर रहा है लेकिन चारों और चर्चा और सोशल मीडिया पर इसको लेकर उथल-पुथल जरूर देखने को मिल रही है.
ट्विटर CEO बनते ही एक्शन मोड में पराग अग्रवाल
ट्विटर पर पिछले काफी समय से भारत में नफरत और गलत जानकारी फैलने जैसे आरोप लगते आए हैं. ऐसे में पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने भी इन सबको रोकने के लिए बड़े कदम उठाए थे लेकिन जब से पराग अग्रवाल सीईओ की कुर्सी पर बैठे हैं, उनके नए बदलावों की खबर को देखते हुए लगता है कि उन्होंने पद से संभालने से पहले ही ठान लिया था कि अब वे ट्विटर पर फैल रही गंदगी को साफ करके रहेंगे.
अजमेर में किराए के मकान में रहने वाले पराग अग्रवाल का ट्विटर सीईओ बनने तक का सफर
ट्विटर से हटेगा बोट सॉफ्टवेयर ? क्या होता है ट्विटर बोट
ट्विटर को लेकर बन रही नई सुरक्षा पॉलिसी के तहत चर्चा ये भी है कि ट्विटर बॉट सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल को बंद कर सकता है. ये ऐसा सिस्टम है जिसे बड़ी कंपनियां या काफी राजनीतिक पार्टियां अपना आईटी सेल चलाने के लिए भी इस्तेमाल करती हैं. ट्विटर बोट उस अकाउंट को कहा जाता है जो ट्विटर पर एक अकाउंट तो गिना जा रहा है लेकिन उसे चलाने वाला कोई व्यक्ति नहीं है बल्कि ऑटोमेटिक काम कर रहा है. अगर ट्विटर बोट खत्म हुआ तो काफी संख्या में ऐसे अकाउंट्स भी गायब हो जाएंगे.
आते ही पराग का प्राइवेट सुरक्षा पर फैसला
सीईओ का पद संभालने के बाद ही पराग अग्रवाल ने ट्विटर पर प्राइवेट सूचना नीति को भी अपडेट किया. इसके तरह प्राइवेट लोगों की सहमति के बिना उनकी तस्वीर या वीडियो को शेयर नहीं किया जा सकेगा. अभी तक कोई भी यूजर एक दूसरे के फोटो, वीडियो यूं ही भेज देते थे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. इस नीति के पीछे कंपनी का मुख्य मकसद है महिला यूजर्स को सुरक्षा प्रदान करना.
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