योगी सरकार की एक बार फिर तारीफ, UNDP ने काले चावल के निर्यात मॉडल को माना सफल

Smart News Team, Last updated: Sun, 13th Jun 2021, 1:14 PM IST
  • संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ है. यूएनडीपी ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को काले चावल का निर्यात करने के लिए चंदौली और सोनभद्र जिलों की आकांक्षी जिलों के रूप में सराहना की है.
यूएनडीपी ने फिर से योगी सरकार की तारीफ की (प्रतीकात्मक तस्वीर)

लखनऊ. यूएनडीपी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में काला चावल की खेती और विदेशों में इसके निर्यात के मॉडल को बेहद सफल बताया है. इस रिपोर्ट में यूपी के सोनभद्र जिले में हुए विकास कार्यों की भी सराहना की गई है. यूएनडीपी ने चंदौली और सोनभद्र दोनों जिलों को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को ब्लैक राइस का निर्यात करने के लिए आंकाक्षी जिलों के रूप में सराहा है. साथ ही उन्हें स्थानीय क्षेत्र के विकास का एक बहुत ही सफल मॉडल माना है.

यूएनडीपी यानी संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने इस निर्यात मॉडल को लेकर एक बार फिर योगी सरकार की तारीफ की है. यूएनडीपी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जिन देशों में क्षेत्रीय भेदभाव है, यह मॉडल उनके लिए बेहद उपयोगी है. वहीं राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि कृषि क्षेत्र विकास में इनोवेशन को बढ़ावा देने की सीएम योगी आदित्यनाथ की नीति का चंदौली ने बहुत अच्छा लाभ लिया है.

योगी सरकार की अंतरराज्यीय प्राइवेट बस सेवा पर रोक, UP से इन चार राज्यों में नहीं जाएंगी बसें

बता दें कि यूएनडीपी की रिपोर्ट ने चंदौली जिले की प्रशंसा की है, जिसे पूर्वी यूपी के चावल के कटोरे के रूप में जाना जाता है. चंदौली जिले ने वैश्विक बाजारों में इसकी उच्च मांग और अच्छे लाभ मार्जिन के कारण काले चावल की खेती के साथ प्रयोग करने का फैसला किया. यह परियोजना सफल रही और उच्च गुणवत्ता वाले काले चावल अब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को निर्यात किए जा रहे हैं. काले चावल को दूसरे देशों में निर्यात करने का विकल्प भी तलाश किया जा रहा है.

मिर्जापुर जिले के नारायणपुर, जमालपुर, राजगढ़, पहाड़ी, लालगंज और हलिया जैसे ब्लॉकों में भी काले चावल की खेती की जा रही है. काले चावल खाने से कैंसर से बचाव होता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. चावल की सबसे बाहरी परत में एंथोसायनिन का उच्चतम स्तर होता है. यह चावल मधुमेह के लिए भी फायदेमंद होता है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें