यूपी बनेगा एयरोस्पेस और डिफेंस हब, लखनऊ, कानपुर और झांसी के बीच तैयार होंगी ब्रह्मोस मिसाइलें
- यूपी में अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण कार्य शुरू होगा. DRDO ने इसके लिए लखनऊ के आस-पास 200 एकड़ की जगह मांगी है. इस परियोजना के पहले चरण में 300 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में अत्याधुनिक मिसाइल ब्रह्मोस का निर्माण कार्य का रास्ता साफ होने वाला है. लखनऊ के पास इसके निर्माण के लिए जगह मांगी गई है. लखनऊ के पास ब्रह्मोस के निर्माण से कानपुर डिफेंस इंडस्ट्री का भी महत्त्व और बढ़ जाएगा. वहां कम से कम 70 एंसीलिरी यूनिट्स खुल सकेंगे. यहां ब्रह्मोस मिसाइल के उत्पादन होने से प्रदेश में लगभग 15,000 रोजगार का सृजन हो सकेगा .
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने इसके लिए लखनऊ के पास 200 एकड़ जमीन मांगी है. डीआरडीओ के महानिदेशक ने कई जगह जमीन देखी है. लोकेशन तय होने के बाद इकाई स्थापित करने के लिए जनीम दे दी जाएगी. माना जा रहा है कि लखनऊ, कानपुर और झांसी के बीच इसका निर्माण होगा. वहीं जमीन उपलब्ध होने के तीन महीने के भीतर सिविल निर्माण काम शुरू कर दिया जाएगा.
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की बढ़ी मुश्किलें, एक मामले में जमानतदारों ने वापस ली जमानत
पिछले महीने सूबे के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से ब्रह्मोस अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के महानिदेशक डॉ. सुधीर मिश्रा ने मुलाकात की. उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल के निर्माण यूपी के लखनऊ, कानपुर और झांसी के बीच तैयार करने का प्रस्ताव दिया.
सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक है. ब्रह्मोस मैक 3.5 यानी 4,300 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हमला कर सकती है. इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है. यानी थल,जल और वायु सेना तीनों ही इसक इस्तेमाल कर सकती है. पिछले साल अंडमान निकोबार से 290 किलोमीटर रेंज वाली ब्रह्मोस का परीक्षण किया गया था
अन्य खबरें
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की बढ़ी मुश्किलें, एक मामले में जमानतदारों ने वापस ली जमानत