यूपी : चार चरणों में लगेगी कोरोना वैक्सीन, जानिए पहले किसको लगा जाएगा
- वैक्सीन को सुरक्षित और असरदार बनाएं रखने के लिए ऐशबाग में स्टोर बनाने का काम आखिरी दौर में है. केंद्र सरकार ने चार आइसलाइन रेफ्रीजरेट भेजे हैं जो ऐशबाग में बने स्टोर में रखा जाएगा.पहले चरण के तहत अस्पताल-क्लीनिक में तैनात डॉक्टर-पैरामेडिकल फ्रंटियर स्टाफ और कर्मचारियों को वैक्सीन लगाए जाएंगे.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन टीका लगाने की जोर शोर से तैयारियां कर रह हैं. लखनऊ में चौथे और अंतिम चरण में आमजनों तक वैक्सीन के पहुंचने की उम्मीद है. अफसरों ने इसका खाका तैयार करना शुरू कर दिया है. कोरोना से लड़ाई के लिए स्वास्थ्य विभाग पुरी तरह तैयार है. वैक्सीन को सुरक्षित और असरदार बनाएं रखने के लिए ऐशबाग में स्टोर बनाने का काम आखिरी दौर में है. केंद्र सरकार ने चार आइसलाइन रेफ्रीजरेट (आईएलआर) भेजे हैं जो ऐशबा में बने स्टोर में रखा जाएगा. सरकार ने पहले चरण के तहत अस्पताल-क्लीनिक में तैनात डॉक्टर-पैरामेडिकल फ्रंटियर स्टाफ और कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने की घोषणा की है.इसके लिए अस्पतालों द्वारा सर्वे का काम लगभग पूरा करा लिया गया है.
दूसरे चरण में पुलिस, होमगार्ड और नगर निगम के कर्मचारियों को वैक्सीन लगाए जाने की योजना है. तीसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के ऐसे लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी जो किसी न किसी गंभीर बीमारी जैसे कैंसर, दिल, गुर्दा, ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं. चौथे चरण में यह वैक्सीन आम लोगों को लगाने की योजना है.
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वैक्सीन लगाने के पहले चरण को सफल बनाया जाएगा. उसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी.भारत सरकार से वैक्सीन को लेकर जैसे-जैसे दिशा निर्देश आ रहे हैं उनका पालन किया जा रहा है.
डॉ. संजय भटनागर, सीएमओ
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कोरोना वायरस वैक्सीनेशन के लिए जारी गाइडलाइन में जरूरी प्वाइंट इस प्रकार से हैं:-
-प्रति दिन हर सत्र के दौरान लगभग 100 से 200 लोगों को टीका लगाया जाएगा
-वैक्सीन लगाने के बाद संबंधित व्यक्ति की 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी
-टीकाकरण टीम में कुल पांच सदस्य शामिल होंगे
-अगर टीकाकरण वाले स्थान पर पर्याप्त व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है
-कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (को-विन) प्रणाली एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, इसका इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा
-को-विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा
-टीकाकरण जिस स्थान पर होगा, वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा, ऑन-स्पॉट पंजीकरण के लिए कोई प्रावधान नहीं होगा
-टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था होगी, टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा।
-सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा
-सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा
-गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा
-टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा
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